लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव के स्वामी प्रसाद मौर्य को जल्द ही नसीहत देने संबंधित बयान को लेकर कहा है कि उनको नसीहत देना तो दूर की बात है. पहले अखिलेश यादव तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अभद्र टिप्पणी पर अपना स्टैंड स्पष्ट करें. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती के मौके पर कुड़िया घाट पर आयोजित तहरी भोज के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि एमके स्टालिन कह रहे हैं कि यूपी और बिहार के लोग सड़कों पर गाड़ियां धोते हैं टायर साफ करते हैं. अखिलेश यादव के में गठबंधन के सहयोगी हैं तो वह बताएं कि इस विषय पर उनका क्या कहना है.
स्वामी प्रसाद मौर्य को नसीहत : गौरतलब है कि महाब्राह्मण सम्मेलन में अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को हिंदू विरोधी टिप्पणियों को लेकर निकट भविष्य में नसीहत देने की बात कही थी. जिस पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से ब्रजेश पाठक ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कभी कोई नसीहत नहीं देंगे. उनके गठबंधन के सहयोगी एमके स्टालिन भी यूपी और बिहार के लोगों को सड़क धोने वाला बता रहे हैं. वह कहते हैं कि यह लोग गाड़ियां धोते हैं और टायर साफ करते हैं. ऐसे में अखिलेश यादव उनसे गठबंधन किए हुए हैं. पाठक ने कहा कि विपक्ष के पास में कोई एजेंडा नहीं है. इसलिए इस तरह के अनर्गल बयानों और बातों के जरिए मुख्य मुद्दों को पीछे छोड़ा जा रहा है.
ब्राह्मणों के विरोध में बोलने से रोकें अखिलेश यादव : कुड़िया घाट पर तहरी भोज में पहुंचे प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद अध्यक्ष डाॅ. दिनेश शर्मा ने मीडिया से कहा कि ब्राह्मणों के समर्थन में अगर अखिलेश यादव कुछ भी करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य को हिंदुओं और ब्राह्मणों के खिलाफ बोलने को लेकर रोक दें. उन्होंने विपक्ष के हिंदू प्रेम को पूरी तरह से दिखावा बताया और कहा कि अखिलेश यादव राहुल गांधी, प्रियंका गांधी कोई भी विपक्ष का नेता अभी तक अयोध्या में भगवान राम लला के दर्शन करने नहीं गया. इस सवाल का जवाब उनका देना चाहिए.
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