लखनऊः उत्तर प्रदेश कांग्रेस के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर मंथन की शुरुआत शुक्रवार को कर दी गई. ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव जितेंद सिंह सुबह करीब 10 बजे पार्टी कार्यालय पहुंच गए. उनके साथ पार्टी के कई बड़े नेता भी थे. पहले चरण में शुक्रवार को लखनऊ, बाराबंकी, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, बहराइच, उन्नाव, कानपुर, कानपुर देहात, हरदोई, सीतापुर, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोंड़ा की विधानसभा सीटों के नतीजों की समीक्षा की जा रही है. रात नौ बजे तक यह मंथन चलेगा. शाम चार बजे जितेंद सिंह मीडिया से रूबरू होंगे.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के संयोजक/प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि जिलेवार लोगों को बुलाया गया है. उनसे फीडबैक लिया जा रहा है. दो दिन लखनऊ में बैठक होगी. इसके बाद वाराणसी, झांसी और नई दिल्ली में बैठकें होंगीं. इन बैठकों के आधार पर वह रिपोर्ट देंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी नए जोश के साथ सड़कों पर उतरेगी. जनविरोधी सरकार के कार्यों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मजबूती से सड़क पर लड़ेगा. हम चुनाव हारे हैं, हौंसला नहीं टूटा है.
लंबे समय से हम सत्ता में नहीं हैं. 30-32 साल हो गए लेकिन हमने समाज के प्रति अपनी भूमिका का निर्वाहन पूरी जिम्मेदारी के साथ किया है. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा जनहित के मुद्दों को लेकर प्रियंका गांधी के नेतृत्व में काम किया है. लोकतंत्र में हार-जीत लगी रहती है. हम निराश नहीं है. हौंसला नहीं टूटा है. हम लगातार जनता के बीच में काम करेंगे.
कांग्रेस उत्तर प्रदेश में इतिहास में अब तक के अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटें मिलीं. पिछली 17वीं विधानसभा में कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता रहीं आराधना मिश्रा ‘मोना’ प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत रामपुर खास सीट से चुनाव जीती जबकि महाराजगंज जिले की फरेंदा विधानसभा सीट से वीरेंद्र चौधरी चुनाव जीते. इस बार कांग्रेस को सिर्फ 2.66 प्रतिशत वोट ही मिले. प्रियंका गांधी ने 2022 के चुनाव के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. लड़की हूं लड़ सकती हो... के मंत्र के साथ चुनावी मैदान में कांग्रेस उतरी थी. नतीजे पक्ष में नहीं रहे. इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पहले ही इस्तीफा दे दिया है.
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