लखनऊ: यूपी में योगी सरकार बनने के बाद से मदरसे चर्चा का विषय बने हुए हैं. योगी 2.0 में भी मदरसों में फैले फर्जीवाड़े को खत्म करने का काम शुरू हो गया है. हाल ही में हुई मदरसा बोर्ड की बैठक में सदस्य तनवीर रिज़वी ने केंद्र सरकार की मदरसा आधुनिकीकरण योजना का लाभ लेने वाले अमरोहा के मदरसों के ज़मीन पर नहीं होने की आशंका जाहिर की थी. इसके बाद बोर्ड ने निर्णय लिया कि इस योजना का लाभ लेने वाले सभी 7442 मदरसों की जांच होगी.
उत्तप्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के सदस्य कमर अली ने बताया कि 24 मार्च को बोर्ड की बैठक में शिकायत आई थी कि मदरसों के नाम पर कुछ जगह फर्जीवाड़ा हो रहा है. शिकायत के आधार पर बोर्ड ने फैसला किया है कि मदरसों की जांच कराई जाएगी. कमर अली ने बताया कि जांच कराने के आदेश दे दिए गए है. हर जिले में मदरसा बोर्ड के मेंबर व अधिकारी जाकर जांच करेंगे. उन्होंने कहा कि जो पैसा योजना के तहत प्रधानमंत्री मुसलमानों के बच्चों के भविष्य के लिए दे रहे हैं, वह सही जगह लगे यह सुनिश्चित करने का काम हम सबका है. प्रधानमंत्री मोदी का सपना एक हाथ में कुरान और एक हाथ में कंप्यूटर देने का है. इसी के तहत दीनी तालीम के साथ आधुनिक सब्जेक्ट्स पढ़ाए जा रहे हैं.
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