लखनऊः पिछला विधानसभा चुनाव 2017 में जिस तरह से जातीय संतुलन बनाकर बीजेपी ने यूपी में 15 सालों का सूखा खत्म किया था. ठीक वही फार्मूला विधानसभा चुनाव 2022 में भी अपनाया जाएगा. पार्टी का सबसे ज्यादा फोकस पिछड़ी जातियों पर होगा. इसके लिए बीजेपी ने अभी से मशक्कत शुरू कर दी है. पार्टी मुख्यालय पर हुई मैराथन बैठकों में इसी तरह के विषयों पर चर्चा कर मिशन 2022 के लिए खाका तैयार किया गया.
सरकारी योजनाओं से जुडे़ेंगे बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, यूपी बीजेपी प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, दोनों सह प्रभारी, सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष, महामंत्री, उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारी इस बैठक में शामिल हुए. विधान सभा चुनाव में एक बार फिर पार्टी को जीत दिलाने पर चर्चा हुई. बैठक में तय हुआ कि कार्यकर्ता जमीन पर जाकर काम करेंगे. सरकार की हर योजना से बीजेपी कार्यकर्ता जुड़ेंगे. मसलन खाद्यान वितरण केंद्र पर पार्टी के कार्यकर्ता, स्थानीय विधायक या पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. इसी तरह से वैक्सीनेशन केंद्र पर भी बीजेपी के कार्यकर्ता, विधायक, सांसद, सरकार के मंत्री अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. लोगों को वैक्सीनेशन के लिए जागरूक भी करेंगे. ऐसे तमाम कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी को जन-जन तक पहुंचाएंगे.
बूथों पर बढ़ेगी सक्रियता और जिलों में होगा सम्मेलन
पार्टी ने तय किया है कि मोर्चा का प्रदेश और क्षेत्र स्तर पर गठन हो गया है. अब इनके टीम की घोषणा जल्द से जल्द की जाएगी. जिलों में इनका गठन किया जाएगा. मोर्चों की टीम तैयार होने के बाद इन सभी पदाधिकारियों को भी पार्टी के अभियान से जोड़ा जाएगा. जिले में सम्मेलन होंगे. बूथ समितियों का सत्यापन होगा. जरूरत के हिसाब से नए सिरे से बूथों का गठन होगा. मोर्चों के सम्मेलन होंगे. लोगों से कनेक्ट रहने के लिए सरकारी योजनाओं से ज्यादा कार्यकर्ता जोड़े जाएंगे. ताकि उनके माध्यम से लोगों को लाभ ही न मिले बल्कि जनता को ये भी बताया जा सके कि योजना का लाभ बीजेपी सरकार दे रही है.
मुख्यमंत्री के साथ बैठक में हुए शामिल
बीजेपी की दूसरी बैठक करीब पांच बजे पार्टी के मुख्यालय पर शुरू हुई. इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ और सरकार के कई मंत्री भी शामिल हुए. बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने मंत्रियों से बातचीत कर उनके सुझाव सुने और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में किस तरह से काम करना है. इसके बारे में विस्तार से उनका मार्गदर्शन किया. बैठक में ये भी कहा गया कि पार्टी के विधायक हों या फिर सरकार के मंभी अपने कामकाज के आधार पर ही जनता के बीच जाकर समर्थन मांगेंगे. ये उन्हें तय करना है कि उन्होंने जनता के लिए कितना काम किया है. इस बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्षों में डॉक्टर लक्ष्मीकांत बाजपेयी, विनय कटियार, डॉक्टर रमापति राम त्रिपाठी और सूर्य प्रताप शाही भी शामिल हुए.
एके शर्मा और जितिन प्रसाद का कराया गया परिचय
इस बैठक में एमएलसी अरविन्द कुमार शर्मा और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद भी पहुंचे थे. मीटिंग में शामिल होने को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही थीं. लेकिन इन दोनों नेताओं से केवल औपचारिक परिचय ही कराया गया है.