लखनऊ : भ्रष्टाचार व अन्य समस्याओं को लेकर बख्शी का तालाब बार एसोसिएशन ने बीकेटी तहसील परिसर गेट के बाहर मंगलवार को सैकड़ों वकीलों के साथ शांति मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया. इसके बाद उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मांगें पूरी न होने पर बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र कुमार सिंह ने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है.
बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दो माह पहले जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था कि प्राइवेट कर्मचारी तहसील परिसर में अत्यधिक मौजूद हैं. जिसके जरिए तहसील परिसर में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. यहां मौजूद सरकारी कर्मचारी प्राइवेट कर्मचारियों के माध्यम से वसूली का कार्य कर रहे हैं. धारा 34 व 24 की पत्रावलियां पिछले काफी समय से लंबित हैं. इसके अलावा ऐसी कई समस्याएं हैं जिनको लेकर सभी वकीलों में काफी आक्रोश है. शिकायत करने के बाद भी जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी द्वारा कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया.
बीकेटी बार एसोसिएशन ने तहसील परिसर से निकाला शांति मार्च, लगाए भ्रष्टाचार के आरोप - अनिश्चितकालीन
भ्रष्टाचार व अन्य समस्याओं को लेकर बख्शी का तालाब बार एसोसिएशन ने बीकेटी तहसील परिसर गेट के बाहर मंगलवार को सैकड़ों वकीलों के साथ शांति मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया. इसके बाद उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मांगें पूरी न होने पर बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र पांडे ने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है.
लखनऊ : भ्रष्टाचार व अन्य समस्याओं को लेकर बख्शी का तालाब बार एसोसिएशन ने बीकेटी तहसील परिसर गेट के बाहर मंगलवार को सैकड़ों वकीलों के साथ शांति मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया. इसके बाद उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मांगें पूरी न होने पर बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र कुमार सिंह ने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है.
बीकेटी बार एसोसिएशन के महामंत्री शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि दो माह पहले जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया था कि प्राइवेट कर्मचारी तहसील परिसर में अत्यधिक मौजूद हैं. जिसके जरिए तहसील परिसर में भ्रष्टाचार फैला हुआ है. यहां मौजूद सरकारी कर्मचारी प्राइवेट कर्मचारियों के माध्यम से वसूली का कार्य कर रहे हैं. धारा 34 व 24 की पत्रावलियां पिछले काफी समय से लंबित हैं. इसके अलावा ऐसी कई समस्याएं हैं जिनको लेकर सभी वकीलों में काफी आक्रोश है. शिकायत करने के बाद भी जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी द्वारा कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया.