लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने इस बार पूरी ताकत के साथ पंचायत चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. भाजपा के लिए जमीन तैयार करने का काम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद करेंगे. सीएम योगी ने प्रदेश भर में जिलों का दौरा शुरू कर दिया है. पिछले दो दिनों से सीएम योगी बुंदेलखंड के दौरे पर हैं. इसके बाद वह मध्य उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल के जिलों में जाएंगे.
बुंदेलखंड के लिए सरकार ने खोला पिटारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड दौरे के दौरान ललितपुर में बंडई बांध परियोजना समेत 576 करोड़ रुपये की करीब 41 योजनाओं का लोकार्पण किया है. 5.21 करोड़ की धनराशि से निर्मित किए जाने वाले एफएसटीपी का शिलान्यास भी किया है. वहीं मुख्यमंत्री ने झांसी मंडल के विकास कार्यों और कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा की. उन्होंने झांसी को सेफ सिटी बनाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
बता दें सरकार बनने के बाद से ही सीएम योगी बुंदेलखंड को अग्रणी क्षेत्रों में शामिल करने के लिए प्रयासरत दिखाई दिए हैं. उनकी सरकार को चार साल होने जा रहा है. अब वह सरकार के कामकाज को जनता को बताने का प्रयास शुरू कर दिए हैं. मुख्यमंत्री चाहते हैं कि सरकार की योजनाएं ही धरातल तक न पहुंचे बल्कि उसका प्रचार प्रसार भी उतना ही हो. बुंदेलखंड के बाद मनाते योगी आदित्यनाथ गुर्जरों में जाएंगे. 13, 14 और 15 मार्च को सिद्धार्थ नगर में कालानमक चावल महोत्सव में भी जाएंगे. गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज जाने का सीएम योगी का कार्यक्रम है.
बुंदेलखंड के विकास को लेकर सीएम योगी कर रहे प्रयास
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेई कहते हैं कि बुंदेलखंड हो या फिर पूरा राज्य, विकास को लेकर आज से मुख्यमंत्री ने दौरा शुरू नहीं किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुरू से ही बुंदेलखंड के विकास को लेकर चिंतित थे. उन्होंने उसी तरह से काम भी किया है. कई योजनाएं शुरू की. सम्पूर्ण बुंदेलखंड से जल्द ही पानी की समस्या खत्म हो जाएगी. रही बात पंचायत चुनाव के लिए माहौल बनाने की तो वह पार्टी के नेता हैं. उनके नेतृत्व में सरकार चल रही है. लिहाजा हम अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे ही.
सीएम योगी की छवि को भुनायेगी बीजेपी
राजनीतिक विश्लेषक रतिभान त्रिपाठी कहते हैं कि जब पार्टी सत्ता में होती है तो संगठन से ज्यादा सरकार की सक्रियता देखने को मिलती है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी संतुलन बनाकर काम करती है. पार्टी ने पहले से ही तमाम तैयारियां कर रखी है लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि का लाभ लेने के लिए निश्चित तौर पर उन्हें आगे करने का काम किया जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाएगी, वहीं भाजपा के लिए माहौल भी बनाएंगे.
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