लखनऊः जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में झंडा गाड़ने वाली भाजपा अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर नजर गड़ा दी है. पार्टी प्रदेश के ज्यादातर ब्लॉकों में अपने क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष बनाने की तैयारी में जुटी है. पार्टी ने पहले यह रणनीति बनाई थी कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव तक ब्लाक प्रमुख के चुनाव की चर्चा तक नहीं की जानी है, क्योंकि ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की चर्चा से स्थानीय स्तर पर चुनावी समीकरण बिगड़ सकता था. लिहाजा जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के बाद अब पार्टी ने ब्लॉक प्रमुख के चुनाव पर काम शुरू कर दिया है. हालांकि अंदरखाने में सांगठनिक स्तर पर पार्टी ने पूरी तैयारी कर रखी है.
भाजपा में करीब सभी ब्लॉकों में संभावित उम्मीदवारों को तैयारी के लिए संकेत दे दिए गए थे. स्थानीय स्तर पर उन सभी प्रत्याशियों की तैयारी चल रही है, जिन ब्लॉकों में ज्यादा खींचतान की स्थिति है, वहां पर पार्टी उम्मीदवार बाद में तय करेगी. ब्लॉक प्रमुख के चुनाव की तिथि घोषित हो गयी है. इसके साथ ही पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर चुनाव प्रबंधन कार्यालय सक्रिय हो गया है. पूरी टीम जिलों से सम्पर्क करने में लग गयी है. जिले के पार्टी नेताओं को पूरा खाका तैयार करके दिया गया. उसी रोडमैप पर क्षेत्र और जिला संगठन को आगे बढ़ना है.
हमारी तैयारी पूरी
भाजपा के प्रदेश महामंत्री व पंचायत चुनाव प्रभारी जेपीएस राठौर कहते हैं कि हम 24 गुणा सात काम करने वाले दल हैं. यहां हर दिन तैयारी चलती है. जनता के बीच रहते हैं. ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर भी हमारी पूरी तैयारी है. संवैधानिक व्यवस्था के तहत चुनाव प्रक्रिया में पार्टी भाग लेगी. पहला उद्देश्य लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण ढंग चुनाव सम्पन्न हो. उम्मीद है कि जिस प्रकार से जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समर्थन मिला है, उसी तरह से क्षेत्र पंचायत में भी समर्थन मिलेगा. प्रदेश की जनता ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दे रही है. पार्टी के लिए यह केंद्र की मोदी और राज्य की योगी सरकार के कार्यों की वजह से सम्भव हो रहा है.
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ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में विपक्ष की सक्रियता कम
राजनीतिक विश्लेषक विजय उपाध्याय कहते हैं कि जिला पंचायत के चुनाव अभी-अभी संपन्न हुए हैं. जिला पंचायत के चुनाव में जिस प्रकार से पार्टी और प्रशासन ने सक्रियता के साथ भागीदारी दिखाई है, उससे ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में गैर भाजपा के लोगों में निराशा है. वह इस चुनाव में इतनी सक्रियता से भागीदारी करते नहीं दिखाई दे रहे हैं. विपक्ष के लोग पहले से ही यह मानकर चल रहे हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष की तरह ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी भाजपा विजय हासिल करेगी.
विजय उपाध्याय कहते हैं कि मुझे तो लगता है कि बड़ी संख्या में भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख चुने जाएंगे. यह एक नया रिकॉर्ड भी हो सकता है. दूसरी बात समय भी बहुत कम है. पांच जुलाई को चुनाव की घोषणा हुई. 10 जुलाई को चुनाव सम्पन्न होगा. इसके अलावा जिला पंचायत की तरह ब्लॉक प्रमुख के पास कोई बड़ा बजट नहीं होता. यह कमाई के लिहाज से ज्यादा प्रतिष्ठा वाला चुनाव नहीं है. लिहाजा विपक्ष के लिए जिला पंचायत की तरह रुचिकर नहीं है.