लखनऊ: भाजपा ने जारी बयान में कहा है कि सीएम योगी अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर भी कर्तव्य के पालन में जुटे रहे और लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए अंतिम दर्शन के लिए नहीं जाने का निर्णय लिया, जो असाधारण है. राजधर्म का ऐसा पालन व कर्तव्य निष्ठा का अनुकरणीय व्यवहार एक संन्यासी ही इतनी सरलता व सहजता से कर सकता है.
सीएम योगी का निर्णय 'असाधारण'
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरीशचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि सीएम योगी के पिता का उत्तराखंड के फूलचट्टी ऋषिकेश में अंतिम संस्कार हुआ. मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को ही कहा था कि 'पूज्य पिताजी के कैलाशवासी होने पर मुझे भारी दुःख एवं शोक है. अंतिम क्षणों में पिता के दर्शन की हार्दिक इच्छा थी, परंतु वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के खिलाफ देश की लड़ाई को उत्तर प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में आगे बढ़ाने के कर्तव्यबोध के चलते दर्शन के लिए जा नहीं सका.'
सीएम योगी के पिता की आत्मा को शांति दे
प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, महामंत्री संगठन सुनील बंसल सहित सम्पूर्ण प्रदेश इकाई की ओर से मुख्यमंत्री योगी के पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संवेदना प्रकट की गई. प्रार्थना की गई कि ईश्वर उनके परिजनों को दु:ख को सहन करने का संबल प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें.