लखनऊ: देश में कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. देश के साथ-साथ प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है. भाजपा ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान सेवा ही संगठन के तहत काम किया था. अब तीसरी लहर में पार्टी के वर्कर स्वास्थ्य ही सेवा मूल मंत्र के आधार पर काम करेंगे. इसके लिए प्रदेश भर में भाजपा करीब डेढ़ लाख स्वयंसेवकों की एक बड़ी फौज तैयार कर रही है.
उत्तर प्रदेश में 58 हजार गांव हैं. यूपी बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक गांव में एक महिला और एक युवा वालंटियर तैयार किया जाएगा. इसके अलावा शहरी क्षेत्रों के 12 हजार वार्डों में भी इसी तरह से वालंटियर तैयार किए जाएंगे. पार्टी के प्रत्येक सांगठनिक मंडल (ब्लॉक) में एक चिकित्सक के नेतृत्व में टीम बनेगी. प्रोफेशनल चिकित्सक के साथ सोशल मीडिया और आईटी सेल से एक-एक वालंटियर इस टीम में शामिल होंगे. सोशल मीडिया के वालंटियर लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनकी आने वाली समस्याओं को सोशल मीडिया के माध्यम से जिम्मेदार लोगों तक पहुंचाएंगे और उनकी मदद करेंगे. प्रदेश के 826 ब्लॉकों की टीम उस क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक गांव की टीम से जोड़ दी जाएगी. इस प्रकार से कुल मिलाकर करीब 72 हजार यूनिट तैयार होगी. इसमें करीब डेढ़ लाख लोग होंगे. इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर कम से कम तीन अन्य लोगों को भी टीम से जोड़कर इन्हें भी प्रशिक्षित किया जाएगा. कोरोना से बचाव के लिए क्या करना चाहिए, कोविड का लक्षण आने पर सबसे पहले क्या एहतियात बरतना है इसके साथ ही मरीज को इलाज के लिए ब्लॉक के डॉक्टर से सम्पर्क कर परामर्श दिलाने जैसी संबंधित बातों को लेकर जानकारी दी जाएगी. प्रशिक्षित लोगों को उसी टीम से जोड़ा जाएगा. पूरी टीम मिलकर गांव में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव और जागरूकता फैलाने के लिए काम करेगी. यदि कोई संक्रमित हुआ तो उसके इलाज का फौरन प्रबंध करने में मदद के लिए यह वालंटियर तैयार रहेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा कहीं भी कोई चूक नहीं करना चाहती. पार्टी ने माइक्रो मैनेजमेंट के तहत काम करना शुरू कर दिया है. पार्टी हर गांव, शहर और हर घर तक ही नहीं बल्कि हर व्यक्ति तक अपनी पहुंच बना रही है. इस अभियान के माध्यम से भी भाजपा लोगों तक पहुंचने जा रही है. यही वजह है कि भाजपा के इस कदम के राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे हैं. राजनीतिक विश्लेषक विजय उपाध्याय कहते हैं कि भाजपा इसी टीम के जरिए गांव से लेकर शहर तक प्रत्येक व्यक्ति तक अपनी पहुंच बनाना चाह रही है. उत्तर प्रदेश में करीब एक लाख 63 हजार बूथ हैं. पार्टी की तैयारी से स्पष्ट है कि वह राज्य के हर बूथ पर मजबूती से पांव जमाना चाह रही है. भाजपा बूथ जीतो चुनाव जीतो मिशन के तहत काम कर रही है.
वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि यदि भाजपा ने यह दुर्ग तैयार कर लिया तो आगामी विधानसभा चुनाव में इसे तोड़ना विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. मतलब साफ है कि भाजपा की यह कोशिश कोविड से लड़ाई लड़कर विपक्ष को परास्त करने की है.