लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने मऊ से निकाय क्षेत्र एमएलसी यशवंत सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. यशवंत सिंह ने 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी एमएलसी सीट छोड़ी थी. वह अपने बेटे को आजमगढ़ स्थानीय निकाय विधान परिषद क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा रहे थे. जिसकी शिकायत के बाद भाजपा ने मामले की जांच करवाई थी. जांच के बाद मिली रिपोर्ट के आधार पर भाजपा ने यह कार्रवाई की है. यशवंत सिंह लंबे समय से अपने बेटे को लेकर वे टिकट की मांग कर रहे थे. टिकट न मिलने की दशा में उन्होंने विद्रोह करते हुए भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ ही प्रचार करना शुरू कर दिया. जिसका संज्ञान लेते हुए पार्टी ने उनको बाहर कर दिया है.
एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा ने सभी 36 सीटों से प्रत्याशी उतारे हैं. सभी सीटों में आजमगढ़ की सीट बहुत खास हो गई है. इस सीट पर भाजपा ने सपा विधायक रमाकांत यादव के पुत्र अरुणकांत यादव चुनाव लड़ रहे हैं. अरुणकांत यादव पहले आजमगढ़ के फूलपुर पवई से विधायक थे. वहीं, उनके पिता ने 2022 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की सीट पर चुनाव लड़ा था. वहीं, र यशवंत सिंह उनके विरोध में अपने बेटे को चुनाव लड़ा रहे हैं.
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अरुणकांत यादव ने इस बात की शिकायत भारतीय जनता पार्टी संगठन से की. इसके बाद संगठन ने पूरे प्रकरण की पर्यवेक्षकों के जरिए जांच करवाई. जांच के बाद आरोप सही पाया गया. इसी रिपोर्ट के आधार पर यशवंत सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. उनके निष्कासन का यह आदेश पार्टी के महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला की ओर से जारी कर दिया गया है. उनके ऊपर यह स्पष्ट आरोप लगाया गया है कि वे भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ अपने बेटे को चुनाव लड़ा रहे हैं.
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