लखनऊ: भाजपा ने अपनी तीसरी सूची में कई वर्तमान विधायकों के टिकट काट दिए हैं. यही नहीं जहां-जहां पति-पत्नी की तकरार वाला मसला था, वहां पार्टी ने पतियों को तरजीह दी है. सरोजनी नगर में जहां की स्वाति सिंह का टिकट काट दिया गया तो उनके पति दयाशंकर सिंह को बलिया से टिकट दिया गया है. जबकि अमेठी में वर्तमान विधायक अमिता सिंह का टिकट काटकर उनके पति संजय सिंह को टिकट दिया गया है. कभी बसपा के कद्दावर नेता व पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष रहे त्रिभुवन राम को भी भाजपा ने टिकट दिया है. वहीं, सुलतानपुर के लंभुआ से देवमणि द्विवेदी का टिकट काट दिया गया है.
दयाशंकर सिंह को बलिया सदर से टिकट देकर भाजपा ने यह साबित किया कि स्वाति सिंह की जगह पार्टी ने दयाशंकर सिंह को तरजीह दी गई है. मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला को बैरिया भेजा गया है. जबकि बलिया से सुरेंद्र सिंह का टिकट काट दिया गया है. पूर्व रेलवे अफसर देवमणि द्विवेदी का लम्भुआ से टिकट कटा गया. संजय सिंह को अमेठी से टिकट दिया गया तो गरिमा सिंह का टिकट कटा गया है. बसपा से भाजपा में आए त्रिभुवन राम को अजगरा से टिकट दिया गया है.
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जातिगत समीकरणों के आधार पर पूर्वांचल में दिए गए टिकट
भाजपा ने ब्राह्मण, ठाकुर, अनुसूचित जातियों, पिछड़े वर्ग का सही सामंजस्य रखते हुए टिकट बांटे हैं. सबसे अधिक टिकट पिछड़े वर्ग को जो कि करीब 20 हैं, जबकि दूसरे नंबर पर अनुसूचित जाति को 10 टिकट और बाकी टिकट ब्राह्मण, क्षत्रिय और सामान्य वर्ग के अन्य जातियों के बीच में बंट गए हैं.
दलबदलू का भी रखा गया ख्याल
सलेमपुर में बसपा का दामन छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं विजय लक्ष्मी गौतम को सलेमपुर से भाजपा ने टिकट देकर नवाजा है. विजय लक्ष्मी गौतम अभी करीब 1 सप्ताह पहले ही भाजपा में शामिल हुई थीं. इसी तरह से केपी सिंह त्रिभुवन राम और कई अन्य उदाहरण हैं, जो दूसरे दलों से आए थे और उनको भाजपा ने टिकट दिया है.
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