लखनऊ: प्रदेश की राजधानी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी मेजर आशीष चतुर्वेदी की सम्पत्ति और उनकी उम्मीदवारी पर बीजेपी प्रत्याशी ने तंज कसा है. आपको बता दें कि कैंट सीट पर सभी पार्टियों के प्रत्याशियों में सबसे कम सम्पत्ति सपा प्रत्याशी मेजर आशीष चतुर्वेदी के पास है, जबकि प्रदेश में सभी प्रत्याशियों के आय के मुकाबले में कैंट सीट से बसपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे अरुण द्विवेदी सबसे अमीर हैं. वहीं समाजवादी पार्टी की सबसे अमीर प्रत्याशी रामपुर से सांसद आजम खां की पत्नी तंजीन फातिमा हैं.
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भाजपा प्रत्याशी सुरेश तिवारी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि ये सपा है, यहां खाने के दांत और दिखाने के और होते हैं. पैसा भला समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के पास न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. ये वही प्रत्याशी हैं जो कन्टोन्मेंट में चेयरमैन का चुनाव लड़े थे, एक क्षेत्र में 1000 से 1500 ही मतदाता होते हैं सिर्फ 52 वोट मिले थे और जमानत जब्त हो गई थी.
चुनाव में कदम रखते ही सरकार ने दर्ज करा दिए मुकदमें
कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत सिंह ने कहा कि ये उनका पारिवारिक मसला है, किस तरह से पति-पत्नी ने अपनी आय मैनेज की. हालांकि बसपा प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिसके पास इतना पैसा हो उसे राजनीति नहीं करनी चाहिए. कांग्रेस प्रत्याशी दिलप्रीत ने बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा कि अभी तक मुझ पर एक भी मुकदमा दर्ज नहीं था, लेकिन जैसे ही मैंने चुनाव में कदम रखा, सरकार ने मुझ पर मुकदमा दर्ज करा दिया. ये ठीक नहीं है.
एडीआर संस्था के स्टेट हेड संजय सिंह ने कहा कि मुझे लगता है कि ये अच्छी बात है कि कोई पार्टी अगर सर्वहारा वर्ग की बात करती है और उसे मौका भी देती है. रामपुर में तंजीन फातिमा को तो कैंट से आशीष चतुर्वेदी को टिकट देने में मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी पार्टी के दो चेहरे हैं. ये उस पार्टी के नेताओं ने प्रत्याशी का चयन करते वक्त स्वयं सोचा होगा. पार्टियों को अच्छे लोगों को ही टिकट देना चाहिए.