लखनऊ: रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स यानी (आरपीएफ) पर लखनऊ से मुंबई जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस के जनरल कोच में यात्रियों को सीट दिलाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप लगता रहा है. अब एक मशीन ने आरपीएफ पर लगे इन भ्रष्टाचार के आरोपों को खत्म कर दिया है.
जानें कैसे काम करती है बायोमीट्रिक टिकटिंग मशीन
- चारबाग के लखनऊ जंक्शन पर दो बायोमीट्रिक टिकटिंग मशीन लगाई गई हैं.
- हर रोज इन टिकटिंग मशीनों से तकरीबन 600 टोकन जारी किए जाते हैं.
- एक मशीन से साढ़े चार सौ तो दूसरी मशीन से डेढ़ सौ टोकन यात्रियों को दिए जाते हैं.
- पुष्पक एक्सप्रेस के लिए रोजाना ही लंबी लंबी कतारें रेलवे स्टेशन पर लगती हैं.
- टिकट लेने के बाद टोकन के लिए यात्री लाइन लगाते हैं.
- आरपीएफ की तरफ से उन्हें बायोमीट्रिक टिकटिंग मशीन में अंगूठा लगाने के बाद एक टोकन जारी किया जाता है.
- जब पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जाने के लिए रवाना होने वाली होती है तो टिकट के सीरियल के मुताबिक ही टोकन देकर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अधिकारी यात्रियों को ट्रेन में बिठाते हैं.
- बायोमीट्रिक टिकटिंग मशीन में ही सर्वर लगा है.
- यात्रियों के अंगूठा लगाते ही इसी सर्वर में सारा रिकॉर्ड दर्ज हो जाता है.