लखनऊ : बिजली चोरों पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन की तरफ से बिजली मित्र पोर्टल बनाया गया है. इस पोर्टल पर बिजली चोरी की सूचना देने वाले की गोपनीयता रखने के साथ ही इनाम देने की भी व्यवस्था कर दी गई है. उपभोक्ता बिजली चोरी की सूचना देंगे तो इनाम के भी हकदार होंगे. पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने पावर काॅरपोरेशन के प्रर्वतन दल की समीक्षा करते हुये कहा कि 'बिजली मित्र पोर्टल पर बड़ी संख्या में बिजली चोरी की सूचनाएं मिल रही हैं. इसमें सूचना देने वाले का नाम भी गुप्त रहता है. इस पोर्टल को और लोकप्रिय बनाकर बिजली चोरी रोकने के प्रयास को और प्रभावी बनाया जाना चाहिए. शक्ति भवन में हुई इस समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक (प्रर्वतन) एमके बशाल, प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार सहित काॅरपोरेशन और प्रवर्तन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
पावर काॅरपोरेशन अध्यक्ष ने कहा कि 'बिजली व्यवस्था बेहतर करने के लिये बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश जरूरी है. इसके लिये लगातार प्रयास किये जाएं. उन्होने कहा कि जहां भी बिजली चोरी पकड़ी जाये वहां विद्युत कनेक्शन जरूर स्वीकृत किये जाएं. इसके लिये प्रवर्तन दल भी प्रयासरत रहे. अध्यक्ष ने कहा कि प्रवर्तन दलों के साथ विद्युत कनेक्शन स्वीकृत करने और लोड बढ़ाने वाले फार्म रहें जिसे मौके पर भरवाकर कनेक्शन दिए जाएं. चेयरमैन आशीष गोयल ने कहा कि बिजली मित्र पोर्टल को और अधिक प्रोफेशनल बनाया जाये. इसे आरएमएस पोर्टल से लिंक किया जाए. जिससे बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ता की पूरी जानकारी उपलब्ध रहे. उन्होंने निर्देश दिया कि जिन फीडरों पर ज्यादा बिजली की खपत हो रही है और चोरी की सम्भावना है वहां बिजली चोरी रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए. बिजली चोरी का एसेसमेन्ट बनाने में पारदर्शिता के लिए एक पोर्टल बनाया जाये, जिस पर चोरी पकड़े जाने का एसेसमेन्ट लोड हो और अगर कोई संशोधन हो तो भी उसी पर हो. इससे एसेसमेन्ट के कार्यों में पारदर्शिता आएगी और किसी भी तरह की अनियमितता पर रोक लगे.'
उन्होंने कहा कि 'चोरी के प्रकरणों में जो कनेक्शन काटे गए हैं, उन्हें फिर से चेक किया जाये और कनेक्शन जुड़ा पाया जाये तो प्रभावी कार्रवाई की जाये. इसमें प्रत्येक प्रर्वतन दल प्रतिदिन कम से कम 20 कटे हुए कनेक्शन चेक करें. कनेक्शन जांचने के बाद बिजली कर्मियों की संलिप्तता पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो. बिजली चोरी के प्रकरणों के एसेसमेन्ट जल्द पूरे किए जाएं और पंजीकृत एफआईआर की विवेचना में भी तेजी लाई जाए.'
बिजली मित्र पोर्टल पर दें बिजली चोरी की सूचना, विभाग की तरफ से पाएं इनाम
बिजली मित्र पोर्टल पर चोरी की सूचना देने वालों को इनाम देने की तैयारी है. इस संबंध में पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Aug 31, 2023, 6:31 AM IST
|Updated : Aug 31, 2023, 8:00 AM IST
लखनऊ : बिजली चोरों पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन की तरफ से बिजली मित्र पोर्टल बनाया गया है. इस पोर्टल पर बिजली चोरी की सूचना देने वाले की गोपनीयता रखने के साथ ही इनाम देने की भी व्यवस्था कर दी गई है. उपभोक्ता बिजली चोरी की सूचना देंगे तो इनाम के भी हकदार होंगे. पावर काॅरपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल ने पावर काॅरपोरेशन के प्रर्वतन दल की समीक्षा करते हुये कहा कि 'बिजली मित्र पोर्टल पर बड़ी संख्या में बिजली चोरी की सूचनाएं मिल रही हैं. इसमें सूचना देने वाले का नाम भी गुप्त रहता है. इस पोर्टल को और लोकप्रिय बनाकर बिजली चोरी रोकने के प्रयास को और प्रभावी बनाया जाना चाहिए. शक्ति भवन में हुई इस समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक (प्रर्वतन) एमके बशाल, प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार सहित काॅरपोरेशन और प्रवर्तन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
पावर काॅरपोरेशन अध्यक्ष ने कहा कि 'बिजली व्यवस्था बेहतर करने के लिये बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश जरूरी है. इसके लिये लगातार प्रयास किये जाएं. उन्होने कहा कि जहां भी बिजली चोरी पकड़ी जाये वहां विद्युत कनेक्शन जरूर स्वीकृत किये जाएं. इसके लिये प्रवर्तन दल भी प्रयासरत रहे. अध्यक्ष ने कहा कि प्रवर्तन दलों के साथ विद्युत कनेक्शन स्वीकृत करने और लोड बढ़ाने वाले फार्म रहें जिसे मौके पर भरवाकर कनेक्शन दिए जाएं. चेयरमैन आशीष गोयल ने कहा कि बिजली मित्र पोर्टल को और अधिक प्रोफेशनल बनाया जाये. इसे आरएमएस पोर्टल से लिंक किया जाए. जिससे बिजली चोरी करने वाले उपभोक्ता की पूरी जानकारी उपलब्ध रहे. उन्होंने निर्देश दिया कि जिन फीडरों पर ज्यादा बिजली की खपत हो रही है और चोरी की सम्भावना है वहां बिजली चोरी रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए. बिजली चोरी का एसेसमेन्ट बनाने में पारदर्शिता के लिए एक पोर्टल बनाया जाये, जिस पर चोरी पकड़े जाने का एसेसमेन्ट लोड हो और अगर कोई संशोधन हो तो भी उसी पर हो. इससे एसेसमेन्ट के कार्यों में पारदर्शिता आएगी और किसी भी तरह की अनियमितता पर रोक लगे.'
उन्होंने कहा कि 'चोरी के प्रकरणों में जो कनेक्शन काटे गए हैं, उन्हें फिर से चेक किया जाये और कनेक्शन जुड़ा पाया जाये तो प्रभावी कार्रवाई की जाये. इसमें प्रत्येक प्रर्वतन दल प्रतिदिन कम से कम 20 कटे हुए कनेक्शन चेक करें. कनेक्शन जांचने के बाद बिजली कर्मियों की संलिप्तता पाये जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो. बिजली चोरी के प्रकरणों के एसेसमेन्ट जल्द पूरे किए जाएं और पंजीकृत एफआईआर की विवेचना में भी तेजी लाई जाए.'