लखनऊ: राजधानी के काकोरी थाना क्षेत्र में स्थित सैथा गांव में सरकारी जमीन पर देर रात कुछ लोगों ने भीमराव आंबेडकर की मूर्ति रख दी. इसकी जानकारी तहसील प्रशासन की हुई तो उसने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मूर्ति को हटाने प्रयास किया तो ग्रामीणों ने पथराव कर दिया. इसके बाद जिला प्रशासन ने पूरे गांव को छावनी में तब्दील हो गया. गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल के साथ पीएससी भी तैनात कर दी गई है.
मुकदमा दर्ज करने की धमकी देने पर बिगड़ा महौल
काकोरी के सैथा गांव में पुलिस की भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर स्थानीय लोगों से झड़प हो गई. स्थानीय लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि काकोरी पुलिस ने लोगों को मुकदमा लिखने की धमकी दी थी. इससे भड़के ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भी अपने बचाव में आकर पथराव करना शुरू कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है काकोरी पुलिस ने संविधान के निर्माता की मूर्ति लगाने को लेकर दोहरा चरित्र अपनाया है.
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ग्रामीणों ने लगाया ये आरोप
ग्रामीणों का आरोप है, जब ग्राम समाज की जमीन पर मूर्ति लगाई गई तो काकोरी इंस्पेक्टर और उनके सहयोगियों ने ग्रामीणों के ऊपर मुकदमा करने की धमकी दी थी. इस मामले पर काकोरी इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह गौड़ से बात की गई तो उन्होंने कहा कि माहौल को खराब करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. सैथा गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स के साथ पीएसी तैनात कर दी गई है.