मेरठ: सुभारती विश्वविद्यालय में बीडीएस की छात्रा के सुसाइड के मामले ने तूल पकड़ लिया है. वानिया शेख की मौत के बाद सोमवार को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण (Bhim Army Chief Chandrashekhar Ravana) पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने वानिया शेख की मौत पर दुख जाहिर किया. वहीं, सुभारती विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगा डाला. उन्होंने कहा कि वानिया की मौत के लिए जितना आरोपी जिम्मेदार है, उतना ही विश्वविद्यालय प्रशासन भी जिम्मेदार है.
इस दौरान भीम आर्मी चीफ ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यदि इस घटना को पूरी तरह से बदल दें. बेटी और बेटा दोनों अलग-अलग सम्प्रदाय से होते तो शायद मेरठ में कर्फ्यू जैसे हालात होते. भाजपा सरकार इसे जिहाद का नाम देती. लेकिन मेरी सोच है कि ये जिहाद नहीं, ये अपराध है और अपराध के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सुसाइड मामले में सुभारती विश्वविद्यालय की घोर लापरवाही रही है. कैंपस में बेटियों की सुरक्षा पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं और ऐसे में वानिया की मौत के मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वानिया सुसाइड मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए ताकि दोषी को जल्द से जल्द सजा मिल सके. वही भीम आर्मी समाजवादी पार्टी और अन्य कई दलों ने इस मामले में 31 अक्टूबर को मेरठ में धरना प्रस्तावित किया है. इसी के साथ चंद्रशेखर ने पीड़ित परिवार के लिए 50,00,000 मुआवजे की मांग की है.
बता दें कि मेरठ की बीडीएस की छात्रा ने 19 अक्टूबर को बिल्डिंग की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी थी. जिसकी इलाज के दौरान दो दिन बाद मौत हो गई थी. बिल्डिंग से छात्र के कूदने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. वहीं, बाद में पुलिस ने इस मामले में एक छात्र को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस की जांच में यह पता चला था क्लास में छेड़छाड़ और पिटाई से आहत होकर छात्रा ने चौथी मंजिल से कूद गई थी.
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