लखनऊः बाबा साहेब भीमराव केन्द्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) प्रशासन ने धरना पर बैठे छात्रों को नोटिस जारी कर अनुशानात्मक कार्रवाई करने की बात कही है. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन धरना खत्म कराने के लिए जिला प्रशासन से मदद भी मांग सकता है. दूसरी ओर अम्बेडकर भवन के सामने दलित छात्रों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा.
बीबीएयू में 26 जनवरी को महिला छात्रावास में सरस्वती पूजा के दौरान डॉ. अम्बेडकर को उचित सम्मान नहीं दिए जाने के खिलाफ दलित छात्रों ने अम्बेडकर भवन के समक्ष धरना शुरू कर दिया था. उनका कहना था कि कार्यक्रम में जिन छात्राओं ने बाबा साहेब का अपमान किया है. उनको दंडित किया जाए. उनकी मांग है कि आरोपी छात्राओं को एक सेमेस्टर के लिए निष्कासित किया जाए और वह सार्वजिनक रूप से माफी मांगे, लेकिन बीबीएयू के प्राक्टर प्रो. बीबी मलिक के अपने तर्क हैं. उनका कहना है कि जब डॉ. अम्बेडकर के अपमान की घटना के प्रमाण नहीं मिल रहे हैं, तो ऐसे में केवल किसी के आरोप लगा देने से विवि प्रशासन आरोपी छात्राओं के खिलाफ कैसे कार्रवाई कर सकता है.
12 छात्रों को धरना खत्म करने का नोटिस जारी: प्राक्टर प्रो. बीबी मलिक ने बताया कि धरना खत्म करने के लिए नोटिस जारी किया गया है. 12 छात्रों को यह नोटिस भेजा गया है. नोटिस में कहा गया है कि बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन करना नियम विरूद्ध है. उनके धरना प्रदर्शन से परिसर का काम काज और पढ़ाई बाधित हो रही है. लिहाजा 29 जनवरी की शाम तक खत्म कर दें. ऐसा नहीं करने पर विवि प्रशासन अनुशानात्मक कार्रवाई करने और मामले को पुलिस प्रशासन को सुपुर्द करने के लिए बाध्य होगा. प्राक्टर प्रो. मलिक का कहना है कि धरना खत्म करने के लिए विवि प्रशासन जिला प्रशासन से मदद मांग सकता है.
कैंपस में तैनात की गई पीएससी:विश्वविद्यालय में लगातार तीसरे दिन जारी छात्रों के धरने को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कैंपस में पीएसी तैनात कर दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि कैंपस का माहौल ना बिगड़े इसको देखते हुए पीएसी को कैंपस में तैनात किया गया है. डॉक्टर अंबेडकर की मूर्ति मांग को लेकर विश्वविद्यालय में दलित छात्र 3 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहा है.