लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के आईएमएस के अन्तर्गत चलने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) में संचालित बीबीए व एमबीए थर्ड सेमेस्टर में विद्यार्थी अब नई शिक्षा नीति के तहत विदेशी भाषा भी पढ़ सकेंगे. विद्यार्थियों को अब इन दोनों ही विषयों में विदेशी भाषाओं के तहत फ्रेंच, जापानी, स्पेनिश व चीनी भाषा पढ़ाई जाएगी. इसके अलावा एमबीए तीसरे व चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को सुपर स्पेशलाइजेशन पेपर देने का भी मौका भी मिलेगा. एमबीए में अति विशिष्ट विषय के कोर पेपर शामिल करने की सिफारिश गुरुवार को आईएमएस के गवर्निंग बोर्ड ने की है. साथ ही विदेशी भाषा को पढ़ाने की भी सिफारिश की गई.
विश्वविद्यालय के नए परिसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (आईएमएस) की गवर्निंग बोर्ड बैठक सम्पन्न हुई. इसकी अध्यक्षता लविवि के कुलपति और गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने की. इसमें एमबीए के पाठ्यक्रम में नई शिक्षा नीति के अनुरूप बदलाव पर सदस्यों ने मंथन किया. चर्चा के बाद सदस्यों ने माना कि एमबीए के पाठ्यक्रम को अधिक सुगम और पारदर्शी बनाया जाना चाहिए. इसी के साथ गवर्निंग बोर्ड के सदस्यों ने एमबीए में विदेशी भाषा को पढ़ाए जाने की सिफारिश की. साथ ही विशिष्ट डोमेन वाले कोर पेपर शामिल करने की सिफारिश की गई. इसके तहत अब विद्यार्थी किसी विशेष क्षेत्र में एमबीए करेगा तो उसे उसी विशेष क्षेत्र वाले पाठ्यक्रम के ही पेपर पढ़ाए जाएंगे. इसके अलावा गवर्नमेंट बोर्ड की बैठक में एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स पाठ्यक्रम शुरू करने का जो प्रस्ताव था उसे सदस्यों ने पास नहीं किया. कुलसचिव संजय मेधावी ने बताया कि अगले गवर्निंग बोर्ड की बैठक में अब इस प्रस्ताव को रखा जाएगा.