लखनऊः राजधानी में गुरुवार देर रात एक फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर पकड़ा गया था. वह लोगों से वेरिफिकेशन के नाम पर ठगी करता था. शुक्रवार को एक फर्जी सब इंस्पेक्टर पकड़ा गया है. वह लोगों को धमकाकर धन उगाही करता था. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इस युवक को गिरफ्तार किया है.
लोगों को हुआ था शक
मूलरूप से मऊ जनपद का रहने वाला रितेश कुमार मिश्रा पुत्र रविंद्र कुमार मिश्रा खुद को वाराणसी आईजी रेंज के यहां तैनात सब इंस्पेक्टर बता रहा था. लखनऊ में 26 जनवरी की परेड में शामिल होने की बात कहकर राजधानी में आने की बात कह रहा था. लोगों को शक हुआ तो इस बात की जानकारी पुलिस को दी गई.
आरोपी से की जा रही पूछताछ
मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ के बाद फर्जी सब इंस्पेक्टर को थाने ले आई, वहां पूछताछ में उसने खुद को कभी होमगार्ड तो कभी हवलदार बताया, लेकिन आरोपी के पास से सब इंस्पेक्टर का एक पहचान पत्र मिला है. ये फर्जी है. उसके पास से सब इंस्पेक्टर की वर्दी में कई फोटोग्राफ भी मिले हैं. इस मामले पर जांच की जा रही है कि आखिर इस तरह का काम करके आरोपी किन घटनाओं को अंजाम देता था.
नहीं बता पाया पीएनओ नंबर
बाजार खाला इंस्पेक्टर धनंजय कुमार सिंह का कहना है कि पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि एक युवक खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर लोगों पर दबाव बना रहा है. प्रतीत होता है कि वह फर्जी है. इस सूचना पर सब इंस्पेक्टर चौरसिया को मौके पर भेजा गया. उन्हें भी इस फर्जी दरोगा ने दबाव में लेने का प्रयास किया और खुद को वाराणसी आईजी रेंज के यहां तैनात बताया. जब उससे उसका पीएनओ नंबर पूछा गया तो वह जवाब नहीं दे पाया.
फर्जी दारोगा निकला होमगार्ड
थाने पर हुई पूछताछ के दौरान वह एक होमगार्ड निकला. वह वाराणसी जनपद में तैनात है. मूलरूप से वह मऊ जनपद का रहने वाला है. उसके पास से मिले फर्जी आईडी कार्ड को कब्जे में लेकर सील कर दिया गया है. आरोपी को हिरासत में लेकर उसे जेल भेज दिया गया है. फिलहाल इस मामले में और जांच की जा रही है.