लखनऊ: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 5 तक के बच्चों का मूल्यांकन अब घर बैठे हो सकेगा. बेसिक शिक्षा विभाग इसके लिए 'प्रेरणा लक्ष्य ऐप' लेकर आया है. बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी में मंगलवार को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के कार्यालय में यह ऐप लॉन्च किया. बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह एक दक्षता टूल है. ऐप को एससीईआरटी के विषय विशेषज्ञ के माध्यम से तैयार किया गया है.
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि इसके माध्यम से शिक्षकों और अभिभावकों को पता चल जाएगा कि बच्चों के सीखने का स्तर क्या है? कक्षा के हिसाब से उन्हें क्या-क्या जानकारियां होनी चाहिए? भाषा और गणित ज्ञान का मूल्यांकन किया जाएगा.
बनाए जाएंगे प्रेरक बालक-बालिका
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि इस मूल्यांकन के नतीजों के आधार पर बच्चों के स्तर को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों के स्तर पर विशेष प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि ऐसे अभिभावक जिनके पास स्मार्टफोन हैं, वह इस ऐप को डाउनलोड कर इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर किसी कारण से बच्चा स्कूल नहीं जा पाता है तो वह घर बैठे क्लास कर सकेगा. इस मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रेरक बालक और प्रेरक बालिका घोषित किया जाएगा. इसमें मुख्य रूप से भाषा और गणित के ज्ञान पर जोर दिया गया है. दावा है कि वर्ष 2023 तक 80% छात्र-छात्राओं के लिए दक्षता का लक्ष्य रखा गया है.
ऐसे इस्तेमाल कर सकते हैं ऐप
प्रेरणा लक्ष्य ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध है. यह पूरी तरीके से निशुल्क है. ऐप का इस्तेमाल ऑफलाइन किया जा सकता है. आपका गूगल के रीड अलोन के साथ समन्वय किया गया है. इसके माध्यम से बच्चों का बेहतर मूल्यांकन हो सकेगा.