लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड की मौलवी, मुंशी और आलिम की परीक्षाएं इस वर्ष तय समय पर शुरू हो गई हैं. मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आर.पी. सिंह ने बताया कि प्रदेश के 71 जिलों में कुल 434 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां परीक्षाएं शांतिपूर्ण तरीके से संचालित हो रही हैं. राजधानी लखनऊ में 6 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 2000 छात्र परीक्षा में शामिल हो रहे हैं.
कड़ी निगरानी और वेबकास्टिंग: मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए इस बार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है. प्रदेश के 150 परीक्षा केंद्रों को सीधे कंट्रोल कमांड रूम से वेबकास्टिंग के जरिए जोड़ा गया है, जिससे परीक्षा केंद्रों पर निगरानी और अधिक प्रभावी हो सके. इसके अलावा, प्रत्येक जिले में मजिस्ट्रेट और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. उड़नदस्ता और सचल दल भी लगातार औचक निरीक्षण कर रहा है, ताकि परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो.
प्रयागराज के लिए विशेष व्यवस्था: आरपी सिंह ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ के चलते विशेष इंतजाम किए गए हैं. परीक्षा केंद्रों पर छात्रों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए अतिरिक्त सुविधाएं दी जा रही हैं. यदि किसी छात्र को भारी भीड़ के कारण परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में देरी होती है, तो उसे अतिरिक्त समय दिया जाएगा. इतना ही नहीं, यदि किसी छात्र का पेपर किसी कारणवश छूट जाता है, तो उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई है.
नकल विहीन परीक्षा कराने का प्रयास: मदरसा बोर्ड परीक्षा को पूरी तरह नकल विहीन कराने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है. परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है. मदरसा बोर्ड का लक्ष्य है कि परीक्षा को समय से संपन्न कराकर, परिणाम भी तय समय पर जारी किए जाएं.
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