लखनऊ : चित्रकूट जेल में माफिया डॉन मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी को दी जाने वाली सुख सुविधाओं का मामला सामने आने के बाद जेल विभाग सख्त हो गया है. इसलिए अब जेलों में कई तरह की पाबंदियां लागू की जा रही हैं. जेल विभाग का नये आदेश में कहा गया है कि कोई भी प्रदेश भर की किसी भी जेल में स्मार्ट वाॅच या स्मार्ट बैंड पहनकर प्रवेश नहीं कर सकेगा.
शुक्रवार को डीजी जेल आनंद कुमार की तरफ से निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि जेल के भीतर किसी भी सूरत में स्मार्ट वाॅच या स्मार्ट बैंड का प्रयोग नहीं किया जाएगा. बंदियों से मुलाकात करने वाले स्मार्ट वॉच पहनकर भीतर न जाएं या सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबधित जेल प्रशासन की होगी. ऐसा पाए जाने पर जेल के जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
अधिकारी भी स्मार्ट वॉच पहनकर नहीं जायेंगे भीतर : डीजी जेल ने निर्देश देते हुए कहा है कि सामान्य घड़ी की बजाय अब स्मार्ट वॉच का चलन आ गया है. समय देखने के लिए अकसर लोग अब स्मार्ट वॉच पहन रहे हैं. जेल अधीक्षक की जिम्मेदारी है कि अपनी जेल में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को स्मार्ट वॉच पहनकर ड्यूटी पर अंदर न जाने दें. निरीक्षण करने गए किसी भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी को भी इसे पहनकर भीतर जाने की इजाजत नहीं होगी.
फोन की तरह काम करती है स्मार्ट वॉच : डीजी जेल आनंद कुमार के मुताबिक, 'स्मार्ट वॉच इंटरनेट से कनेक्ट होकर फोन की तरह ही काम करती है. इसके प्रयोग से जेल की सुरक्षा को कभी भी खतरा पैदा हो सकता है. स्मार्ट वॉच के जरिए भीतर की गतिविधियों को बाहर और बाहर की सूचना को अंदर आसानी से पहुंचाया जा सकता है. इसे देखते हुए स्मार्ट वॉच के उपयोग पर रोक लगाई गई है.