लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और अधिकारियों के कैबिनेट मीटिंग में फोन ले जाने पर रोक लगाई थी, लेकिन कुछ अधिकारी फोन लेकर पहुंच जा रहे थे. गत मंगलवार को भी शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी कैबिनेट की बैठक में फोन लेकर पहुंच गए. इस पर उन्हें टोका गया, जिसके बाद एक बार फिर अधिकारियों को फोन न लाने के लिए अलग से निर्देशित किया गया.
सीएम योगी ने 6 महीने पहले लगाई थी रोक
दरअसल, कई बार बैठक की बातें बाहर चली जातीं थीं. इसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने 6 माह पूर्व मंत्रियों और अधिकारियों के मोबाइल फोन पर रोक लगा दी थी, लेकिन कुछ अधिकारी बीच-बीच में फोन लेकर जाते रहे हैं.
...जब मंत्री ने अधिकारी को टोका
सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को आयोजित कैबिनेट मीटिंग में शासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हाथ में फोन देखकर सरकार के एक कद्दावर मंत्री ने उन्हें टोक दिया. उन्होंने कहा कि जब कैबिनेट की बैठक में कोई भी मंत्री फोन लेकर नहीं आ रहा है तो अधिकारियों को भी फोन नहीं लाना चाहिए. अधिकारी की तरफ मुखातिब होकर वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि आप फोन लेकर आते हैं और फोन पर ही देखते रहते हैं, इससे सबका ध्यान आपकी तरफ जाता है.
फिर से दिया गया निर्देश
मंत्री की बात सुनकर अधिकारी काफी असहज हो गए और इसके बाद एक बार फिर निर्देश दिया गया कि अब कोई भी अधिकारी फोन लेकर कैबिनेट मीटिंग में नहीं आएगा. बता दें कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठकों में की कुछ बातें बाहर आ गईं थीं. इसके साथ ही कुछ फोटो और विजुअल भी बाहर आ गए थे.
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मंत्रियों ने जताई आपत्ति
हालांकि उसमें कोई ऐसी आपत्तिजनक चीजें नहीं थीं, लेकिन सावधानी के तौर पर सीएम योगी ने यह निर्णय लिया था. अब जब अधिकारी फोन लेकर पहुंचने लगे तो इस पर मंत्रियों ने आपत्ति जताई.