लखनऊः बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा को रोक (Ban on BBAU Ph.D Entrance Exam) दिया गया है. अब यह प्रवेश परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) आयोजित कर आएगा. प्रवेश परीक्षा के लिए जिन छात्रों ने आवेदन शुल्क जमा कर दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन उनका आवेदन शुल्क वापस करेगा. बुधवार को विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से वेबसाइट पर इस संबंध में पूरी जानकारी अपलोड कर दी गई. पीएचडी प्रवेश परीक्षा रद्द होने की सूचना जैसे ही विश्वविद्यालय के छात्रों को मिली. उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया.
छात्रों की ओर से विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhimrao Ambedkar University) परिसर में विरोध प्रदर्शन कर कुलपति को इस संबंध में ज्ञापन सौंपकर प्रवेश परीक्षा विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित कराने की मांग क. ज्ञात हो कि विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा चलिए 11 अप्रैल से आवेदन शुरू किए गए थे. पंजीकरण कराने की अंतिम तिथि 13 मई निर्धारित की गई थी. इसके लिए फीस जमा करने की अंतिम तिथि 15 मई थी. छात्रों का कहना है कि देश भर के हजारों छात्रों ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आवेदन किया है. इसे बीच में रोकना पूरी तरह से गलत है.
छात्रों ने कुलपति को भेजे ज्ञापन में कहा है कि पीएचडी का सत्र वैसे भी एक साल देरी से चल रहा है. ऐसे में एनटीए से प्रवेश परीक्षा (PhD Entrance Exam 2023) कराने में और सत्र पिछड़ जाएगा. लिहाजा विश्वविद्यालय प्रशासन पीएचडी प्रवेश परीक्षा अपने स्तर पर ही आयोजित कराए. इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर विक्रम सिंह यादव ने बताया कि अब पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया एनटीए आयोजित कराएगा. यूजीसी के निर्देश पर एनटीए ने विश्वविद्यालयों को इस संबंध में मेल कर सूचना दी है.
उनका कहना है कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा में देशभर के विद्यार्थी हिस्सा लेते हैं. ऐसे में बीबीएयू को देश के अलग-अलग केंद्र बनाकर प्रवेश परीक्षा कराना काफी चुनौतीपूर्ण होता था. एनटीए के जरिए प्रवेश परीक्षा कराना आसान होगा. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन करने के साथ फीस जमा कर दी है, उनकी फीस विश्वविद्यालय वापस लौटा देगा.
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