लखनऊ : डॉ एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) एकेडमिक सेशन 2022-23 से अपने यहां पर एनईपी लागू करने के साथ ही बीटेक के कुछ विषयों को हिंदी में पढ़ाने की भी तैयारी (studied in Hindi in AKTU) शुरू कर रहा है. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन अखिल भारतीय तकनीकी परिषद (एआईसीटीई) उपलब्ध कराए जा रहे बीटेक के हिंदी वर्जन की किताबों को अपने यहां लागू करेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय अपने यहां संचालित बीटेक पाठ्यक्रमों के अनुसार एआईसीटीई से उन्हीं विषयों की हिंदी किताबें लेगा.
एकेटीयू प्रशासन बीते कई वर्षों से बीटेक के सभी विषयों में गिरते प्रवेश के स्तर से काफी परेशान है. इसका सबसे बड़ा कारण था विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में आने वाले स्टूडेंट्स ज्यादातर हिंदी बैकग्राउंड के होते हैं. उनमें से करीब 15 प्रतिशत के आसपास स्टूडेंट हर साल अंग्रेजी समझ ना आने के कारण बीटेक की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं. इसी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने वर्ष 2022-23 से अपने यहां पर बीटेक की पढ़ाई हिंदी में कराने का फैसला लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की कोशिश है कि हिंदी में बीटेक की पढ़ाई होने से एक बार फिर से छात्रों का रुझान बढ़ेगा. वहीं कॉलेजों की खाली रह गई सीटें यूनिवर्सिटी की काउंसलिंग के माध्यम से भरी जाएंगी. मौजूदा समय में विश्वविद्यालय में बीटेक की 75 हजार सीटों के सापेक्ष 30 हजार छात्रों ने ही प्रवेश के लिए पंजीकरण कराया है. उनमें से भी ज्यादा तो छात्रों की पहली च्वाइस विश्वविद्यालय के सरकारी कॉलेज हैं.
एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा ने बताया कि पहले चरण में बीटेक के कुछ विषयों को ही हिंदी में पढ़ाया जाएगा. इसका चयन विभागों द्वारा किया जा चुका है और इसकी किताबें एआईसीटीई द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके साथ ही हिंदी में बीटेक पढ़ाने से पहले उन विषयों के प्रोफेसरों को हमारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जहां पर प्रोफेसरों को बीटेक विषय को हिंदी में पढ़ाने के साथ ही उसके तकनीकी ज्ञान को हिंदी में समझाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वह संबंधित विषय के तकनीकी शब्दों का हिंदी उच्चारण करने के साथ ही क्लास में किस तरह से पढ़ाया जाए. उस विषय का प्रश्न पत्र किस तरह तैयार होगा, इसका प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह सारी प्रक्रिया सेशन शुरू होने से पहले पूर्ण कर ली जाएंगी.
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अंग्रेजी व हिंदी में पेपर दे सकेंगे छात्र : कुलपति प्रो. पीके मिश्रा ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत इंजीनियरिंग की पढ़ाई और परीक्षा में अंग्रेजी के साथ हिंदी माध्यम से परीक्षा देने की सुविधा इस सेशन से शुरू की गई है. बीटेक प्रथम वर्ष के छात्रों को हिंदी और अंग्रेजी दोनों के प्रश्न पत्र दिए जाएंगे. परीक्षार्थी जिस भी भाषा में उत्तर लिखना चाहें लिख सकते हैं. ज्ञात हो कि अभी तक एकेटीयू अपनी सभी परीक्षाएं हिंदी विषय में ही कराता आ रहा है. कुलपति का कहना है कि इस साल बीटेक हिंदी के रुझानों को देखने के बाद अगले साल से इसे बीटेक के दूसरे कोर्सों में भी लागू किया जाएगा.
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