लखनऊ: दिल्ली में राजपथ पर 26 जनवरी 2021 को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार अयोध्या की झांकी दिखाई जाएगी. झांकी में राम मंदिर का मॉडल प्रदर्शित किया जाएगा. 'अयोध्या उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर' शीर्षक से इस झांकी में राम मंदिर के साथ ही यहां की परंपरा, संस्कृति, कला को भी शामिल किया जाएगा. भगवान राम के दुनिया भर के देशों से संबंधों का भी चित्रण इस झांकी में देखने को मिलेगा. राज्य सरकार इसकी तैयारी कर रही है.
अयोध्या के भव्य स्वरूप का होगा दर्शन
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या को वैश्विक पटल पर ले जाने के लिए निरंतर काम कर रही है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होने के साथ ही राज्य सरकार ने राम नगरी के विकास को लेकर बड़ा खाका तैयार किया है. कई बड़ी योजनाओं पर काम चल रहा है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में राजपथ पर हर साल परेड में राज्य अपनी विशेषताओं को झांकी के माध्यम से प्रदर्शित करते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार अयोध्या की झांकी को प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है. सूचना विभाग इसके लिए पूरा खाका तैयार कर रहा है. झांकी का विषय तय है, लेकिन उसमें किन किन चीजों को शामिल किया जाएगा, इस पर चर्चा हो रही है. इसे मूर्त रूप नहीं दिया गया है. अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि झांकी के लिए अयोध्या और राम मंदिर के विषय को चुना गया है, लेकिन अभी पूरी तरह से कांसेप्ट तैयार नहीं हुआ है. जल्द ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा.
योगी सरकार ने शुरू किया दीपोत्सव
योगी सरकार ने 2018 में पहली बार अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया. इसके बाद साल दर साल यह आयोजन भव्यता और दिव्यता के मामले में बढ़ता जा रहा है. अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम देश ही नहीं बल्कि दुनिया में ख्याति प्राप्त कर रहा है. योगी सरकार ने अयोध्या में अनवरत रामलीला का मंचन भी शुरू कराया है. इससे सैकड़ों कलाकारों को रोजगार ही नहीं मिला, बल्कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के आचरण से लोगों को प्रेरणा मिलने के उद्देश्य की पूर्ति भी हो रही है.
शामिल हो सकते हैं यह विषय
शासन के सूत्रों के मुताबिक सूचना विभाग और संस्कृति विभाग मिलकर इस पर काम कर रहा है. अयोध्या से इस विषय पर सारे महत्वपूर्ण बिंदु मांगे गए हैं. ताकि झांकी में उसका चित्रण किया जा सके. कुछ महत्वपूर्ण चीजें इसमें शामिल होना तय माना जा रहा है. इसमें भगवान राम की मूर्ति, राम मंदिर, हर की पैड़ी पर दीप उत्सव के आयोजन का चित्र, सरयू नदी और हनुमानगढ़ी जैसे महत्वपूर्ण स्थल शामिल हैं.