लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शुक्रवार देर रात अयोध्या दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav) के भव्य आयोजन की तैयारियों की समीक्षा (preparedness review) की. बैठक में अयोध्या जिला प्रशासन के अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से सहभाग किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को प्रमुख दिशा-निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव का आयोजन हम सभी के लिए गर्व और उल्लास का अवसर है. इस वर्ष अयोध्या दीपोत्सव में प्रधानमंत्री (Prime Minister in Diwali) की गरिमामयी उपस्थिति हो रही है. इस वर्ष का दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा. विगत पांच वर्ष से लगातार भव्य-दिव्य अयोध्या दीपोत्सव का आयोजन हो रहा है. इस वर्ष हम अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया कीर्तिमान रचेंगे.
सीएम ने दीपोत्सव के दौरान आमजन के आवागमन, बैठने की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए. साथ ही भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी रहने की हिदायत दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम के 23 अक्टूबर के मुख्य समारोह से पूर्व पूरे कार्यक्रम का एक बार पूर्वाभ्यास लिया जाए. मुख्य समारोह से पूर्व पूरे जनपद में स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाए.
अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण होगा. प्रधानमंत्री द्वारा सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी. दीपोत्सव में प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मंत्रीगण सहित अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति भी होगी। प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के मानकों का अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए. अयोध्या जिले की सीमा से लगे बस्ती, रायबरेली, गोंडा, बाराबंकी आदि जिलों को अलर्ट पर रहना होगा. 22 अक्टूबर से प्रभावी किए जा रहे रुट डायवर्जन के संबंध में आम जनमानस को विधिवत जानकारी दी जानी चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत अयोध्या जनपद के सभी होटलों/धर्मशालाओं से संपर्क बनाए रखें. यहां प्रवास कर रहे लोगों की पूरी जानकारी रखी जाए. अयोध्या जनपद में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए. महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था हो. दीपोत्सव के सुचारु आयोजन के लिए जनपद अयोध्या में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.
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