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Cultural Event : दीन और दुनिया के कामों में दिखावे से बचें : मुफ्ती इरफान मियां

मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महल में आयोजित रूहानी महफिल में मुल्क की सलामती और वबा से छुटकारे की खुसुसी दुआ हुई. इस दौरान खुदा और नबी की शाम में जिक्रो अमल का नजराना पेश किया गया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 13, 2023, 9:04 PM IST

लखनऊ : आसताना हमीदिया फरंगी महल में बुधवार को रूहानी महफिल का आयोजन हुआ. इसमें खुदा और नबी की शाम में जिक्रो अमल का नजराना पेश किया गया. हजरत मुफ्ती अबुल इरफान मियां कादरी रज़्ज़ाकी, क़ाज़ी शहर लखनऊ की दुआ में हाजिरीन ने आमीन कहा और मुल्क से शैतानी वबा के दूर होने अमन-अमान के साथ आपसी भाईचारा को बनाए रखने अथवा अदल वा इंसाफ और प्यार व मोहब्बत के साथ मुल्क वा मिल्लत की तरक्की के लिए खुसूसी दुआ की गई.



मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने फरमाया के बुजुर्गाने दीन का दस्तूर रहा है कि अपनी महफिलों में अपने मुरीदीन को जमा कर के ज़िक्र व इबादत में मशगूल करते थे. इसलिए कि अल्लाह के ज़िक्र से दिलों को सुकून व राहत मिलती है और दुनिया व आखिरत की परेशानियां दूर होती हैं. इस महफिल में इसीलिए आप लोग तशरीफ लाए हैं. अल्लाह सब पर करम फरमाएगा. मुफ्ती ने फरमाया कि नबी का फरमान है कि अपनी नीयतों को ठीक करो और दीन व दुनिया के तमाम कामों में दिखावे और रियाकारी से बचते हुए सिर्फ अल्लाह की रज़ा को पेशे नज़र रखो. मुफ्ती ने फरमाया कि ईमान और अकीदा की दुरुस्ती सबसे अहम है. अल्लाह कादिर मूतलख है और वह हमको देख भी रहा है और सुन भी रहा है. हमारा हर अच्छा बुरा काम उसके इल्म में है और उसका जहन्नम गुनहगारों का मुंतज़िर है और उसकी जन्नत नेक और फरमाबरदार मोमिनो का बेकरारी से इंतजार कर रही है.


मौलाना अफ्फान अतीक फरंगी महली के साथ सभी हाजिरी ने अस्मा ए इलाही वा कुरानी आयात और दुरूद शरीफ का विर्द किया. उसका नजराना बारगाह ए नबवी में पेश किया गया. इसके बाद कुल शरीफ पढ़ा गया और इसाले सवाब हजरत अल्लामा शाह अबुल बका मोहम्मद अब्दुल हकीम कादरी रज़्ज़ाकी फिरंगीमहली रहमतुल्ला अलैह के लिए किया गया. दुआ में खास तौर से एडवोकेट फैजान फरंगी महली, हाफिज शकील निजामी, हाफिज यार मोहम्मद, हाफिज शम्स तबरेज, हाफिज शाह जहां, हाफिज इस्माइल, डॉ. वारसी, सय्यद इकबाल हाशमी, सैयद अहमद नदीम, सैयद राशिद, तारिक सईद, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद आरिफ शरीक हुए.

लखनऊ : आसताना हमीदिया फरंगी महल में बुधवार को रूहानी महफिल का आयोजन हुआ. इसमें खुदा और नबी की शाम में जिक्रो अमल का नजराना पेश किया गया. हजरत मुफ्ती अबुल इरफान मियां कादरी रज़्ज़ाकी, क़ाज़ी शहर लखनऊ की दुआ में हाजिरीन ने आमीन कहा और मुल्क से शैतानी वबा के दूर होने अमन-अमान के साथ आपसी भाईचारा को बनाए रखने अथवा अदल वा इंसाफ और प्यार व मोहब्बत के साथ मुल्क वा मिल्लत की तरक्की के लिए खुसूसी दुआ की गई.



मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने फरमाया के बुजुर्गाने दीन का दस्तूर रहा है कि अपनी महफिलों में अपने मुरीदीन को जमा कर के ज़िक्र व इबादत में मशगूल करते थे. इसलिए कि अल्लाह के ज़िक्र से दिलों को सुकून व राहत मिलती है और दुनिया व आखिरत की परेशानियां दूर होती हैं. इस महफिल में इसीलिए आप लोग तशरीफ लाए हैं. अल्लाह सब पर करम फरमाएगा. मुफ्ती ने फरमाया कि नबी का फरमान है कि अपनी नीयतों को ठीक करो और दीन व दुनिया के तमाम कामों में दिखावे और रियाकारी से बचते हुए सिर्फ अल्लाह की रज़ा को पेशे नज़र रखो. मुफ्ती ने फरमाया कि ईमान और अकीदा की दुरुस्ती सबसे अहम है. अल्लाह कादिर मूतलख है और वह हमको देख भी रहा है और सुन भी रहा है. हमारा हर अच्छा बुरा काम उसके इल्म में है और उसका जहन्नम गुनहगारों का मुंतज़िर है और उसकी जन्नत नेक और फरमाबरदार मोमिनो का बेकरारी से इंतजार कर रही है.


मौलाना अफ्फान अतीक फरंगी महली के साथ सभी हाजिरी ने अस्मा ए इलाही वा कुरानी आयात और दुरूद शरीफ का विर्द किया. उसका नजराना बारगाह ए नबवी में पेश किया गया. इसके बाद कुल शरीफ पढ़ा गया और इसाले सवाब हजरत अल्लामा शाह अबुल बका मोहम्मद अब्दुल हकीम कादरी रज़्ज़ाकी फिरंगीमहली रहमतुल्ला अलैह के लिए किया गया. दुआ में खास तौर से एडवोकेट फैजान फरंगी महली, हाफिज शकील निजामी, हाफिज यार मोहम्मद, हाफिज शम्स तबरेज, हाफिज शाह जहां, हाफिज इस्माइल, डॉ. वारसी, सय्यद इकबाल हाशमी, सैयद अहमद नदीम, सैयद राशिद, तारिक सईद, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद आरिफ शरीक हुए.

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