लखनऊ. विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने विज्ञप्ति जारी कर सूचना दी कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 29 मार्च को किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए कानपुर के महराजपुर से विधायक सतीश महाना का नाम सबसे आगे चल रहा है. राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने लखनऊ के राजभवन में बीजेपी विधायक रमापति शास्त्री को यूपी विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मंत्रिमंडल के अधिकांश सदस्य और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
गौरतलब है कि सदन में जब तक स्थाई विधानसभा अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा, तब तक प्रोटेम स्पीकर ही सदन की कार्यवाही चलाएंगे. स्थाई अध्यक्ष होने के बाद प्रोटेम स्पीकर की ताकत खुद ही समाप्त हो जाएगी. प्रोटेम स्पीकर के बाद में अब नए स्पीकर को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कौन अगले 5 साल तक उत्तर प्रदेश में प्रोटोकॉल की नंबर दो कुर्सी पर काबिज होगा. सतीश महाना को मंत्रिमंडल में न शामिल करके एक संकेत उनके नाम का भी दे दिया गया है. बाकी कुछ अन्य नाम भी इस दिशा में चलाए जा रहे हैं.
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बहुत ही संक्षिप्त कार्यक्रम में प्रोटेम स्पीकर की शपथ रमापति शास्त्री को दिलवाई. इस दौरान मीडिया की एंट्री को भी प्रतिबंधित किया गया था. बहुत ही छोटे कार्यक्रम के बाद सभी लोग अपने अगले गंतव्य के लिए निकल गए. अब सदन में जब विधानसभा अध्यक्ष को चुना जाएगा. तब पूरी कार्रवाई रमापति शास्त्री ही चलाएंगे. इसके बाद एक विधानसभा स्थाई स्पीकर का नाम प्रस्तावित किया जाएगा. इसे सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया जाएगा.
कानपुर के महाराजपुर से विधायक सतीश महाना ने आठवीं बार चुनाव जीता है. पिछली सरकार में वे औद्योगिक विकास मंत्री थे. मगर इस बार उनको कैबिनेट में शपथ नहीं दिलाई गई. ठीक इसी तरह से वरिष्ठ विधायक हृदय नारायण दीक्षित को भी 2017 में मंत्री पद की शपथ न दिलाए जाने पर यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनको ही विधानसभा अध्यक्ष बनाया जाएगा. यह बात बाद में सच भी साबित हुई थी. इसी तरह से इस बार भी कयास लगाया जा रहा है कि संभवत सतीश महाना को ही विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी से नवाजा जाएगा.
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