लखनऊ: आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा की अपील पर राजधानी समेत देशभर में सोमवार को घर-घर यज्ञ अभियान चलाया गया. हजारों की संख्या में लोगों ने अपने घरों में बैठकर यज्ञ किया. वातावरण को शुद्ध करने की दिशा में ये पहला कदम है. देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच वातावरण को शुद्ध करने के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है. खास बात ये है कि केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड, दिल्ली और आसपास के राज्यों में आर्य समाज के साथ अन्य लोगों ने अपने परिवारों के साथ मिलकर इसमें हिस्सा लिया.
घर में रहकर जुड़ने की थी अपील
प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने कहा कि वेद में सृष्टि के आदिकाल में ही कहा गया है 'आयुर्यज्ञेनकल्पताम' जीवन की यज्ञ से रक्षा करो. यज्ञ में ही वो शक्तियां हैं जो सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवाणुओं को निष्क्रिय कर सकती हैं. वैज्ञानिकों ने अनेकों प्रयोगों व अनुसंधान ने स्पष्ट किया है कि यज्ञ में डाली गई विभिन्न वन औषधियां सूक्ष्म वायु में मिश्रित होकर पर्यावरण को शुद्ध करती हैं. शरीर को स्वस्थ रखती हैं. यज्ञ में डाली गईं वस्तुएं करोड़ों गुना सूक्ष्म होकर विभिन्न वायरस वैक्टीरिया को निष्क्रिय करके शरीर को खतरनाक वायरस से सुरक्षित करती हैं. उन्होंने बताया कि संक्रमण को देखते हुए सभी को अपने घर में रहकर अपने परिवार के साथ इस महा अभियान से जुड़ने की अपील की गई है. इसके अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं.
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सभी समुदाय के लोग हुए शामिल
आर्य कन्या डिग्री कॉलेज (प्रयागराज) के शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने बताया कि लोगों ने जाति समुदाय ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर अपने-अपने परिजनों के साथ यज्ञ किया और परम पिता परमेश्वर से देश पर आई इस आपदा से रक्षा करने की प्रार्थना की.