लखनऊ. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (Uttar Pradesh State Road Transport Corporation) के जूनियर अधिकारी अपने सीनियर अधिकारियों के बर्ताव से इस कदर परेशान हो गए हैं कि अपनी जान की रक्षा के लिए छुट्टी की मांग कर रहे हैं. रायबरेली डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने लखनऊ रीजन के रीजनल मैनेजर के बर्ताव से परेशान होकर 18 दिन की छुट्टी देने के लिए पत्र लिखा है. एआरएम एमएल केसरवानी ने लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज कुमार पुंडीर को लिखे पत्र में जिक्र किया कि आपके बर्ताव से मैं मानसिक रूप से परेशान हो गया हूं. मीटिंग के दौरान और फोन पर आप लगातार हतोत्साहित करने वाली कटु व अशोभनीय बातें कहते हैं, जिससे स्वास्थ्य और काम पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. मुझे यह आशंका है कि मेरे साथ हार्टअटैक जैसी कोई अप्रिय घटना न हो जाए.
रायबरेली डिपो के एआरएम एमएल केसरवानी का कहना है कि आरएम लखनऊ मनोज पुंडीर ने 25 अक्टूबर को लगभग 1:37 पर डिपो के प्रतिफलों के संबंध में चर्चा करने के लिए फोन किया, जिसमें वर्तमान प्राप्त प्रतिफलों से असंतुष्टि व्यक्त करते हुए मुझे त्यागपत्र देने या फिर अवकाश पर जाने का निर्देश दिया गया. उनका कहना है कि रायबरेली डिपो में मैंने 7 जुलाई 2022 को कार्यभार ग्रहण करने के बाद से अपनी पूरी मेहनत, लगन, कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से काम किया है. मेरा यह प्रयास रहा है कि प्रतिफलों में उत्तरोत्तर बढ़ोतरी हो. ऑफ रोड शून्य करने का पूरा प्रयास किया, साथ ही कम मैन पावर के बावजूद डिपो बेहतर तरीके से संचालित कराया. इसके बावजूद लगातार आरएम की तरफ से मीटिंग के दौरान और दूरभाष पर हतोत्साहित करने वाली अशोभनीय बातें कही जाती हैं. इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. मानसिक रूप से बीमार होता जा रहा हूं.
मुझे यह आशंका है कि मेरे साथ हार्टअटैक जैसी कोई अप्रिय घटना ना हो जाए. आरएम को लिखे पत्र में एआरएम ने जिक्र किया कि मेरी पत्नी की मृत्यु साल 2009 में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक राठ में रहते हुए हो चुकी है. मैं तब से लगातार शुगर की गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं. मेरी जिम्मेदारियों में मुझे अपनी पुत्री का विवाह करना शेष है. अगर मेरे जीवन में मृत्यु जैसी कोई अप्रिय घटना हो गई तो बच्चे अनाथ हो जाएंगे, जैसा लखनऊ क्षेत्र के पूर्ववर्ती क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस के साथ एक सितंबर को हो चुका है.
उन्होंने पत्र में लिखा कि 25 अक्टूबर को दूरभाष पर आपने मेरे लिए त्यागपत्र देने या अवकाश पर जाने के निर्देशों के बावजूद मैंने कार्य करने का प्रयास किया, लेकिन मानसिक रूप से अपने को विफल पा रहा हूं. मैं निगम का अहित नहीं चाहता हूं. मुझे अपने जीवन रक्षा के लिए अवकाश पर जाना आवश्यक हो गया है, इसलिए मुझे 27 अक्टूबर से 13 नवंबर तक 18 दिनों का उपार्जित अवकाश दिया जाए.
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संजय कुमार का कहना है कि आरएम व जीएम से बात की. एआरएम को बेहतर प्रदर्शन करने और परिणाम देने के अनुरोध पर अतिरिक्त कंडक्टर और स्टाफ दिया गया है. अब जब यूपीएसआरटीसी के लिए सबसे अच्छा समय है तब छुट्टी पर जाना चाहते हैं. काम से कतरा रहे हैं. आरएम को बात करने और समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है.
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