लखनऊ: यूपी में विधान परिषद की चार मनोनीत होने वाली सीटों में से एक सीट अपना दल की अध्यक्ष व केंद्र सरकार में मंत्री रह चुकीं अनुप्रिया पटेल ने मांगी है. भाजपा सूत्रों का कहना है कि अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल अपनी मां कृष्णा पटेल के लिए विधान परिषद की एक सीट मांगी है. जिससे पार्टी में एकता हो सके. साथ ही अपना दल के नाम से बने दो दल एक हो जाएं और इसका स्वाभाविक फायदा भाजपा अपना दल गठबंधन को हो सके.
उल्लेखनीय है कि अपना दल के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय सोनेलाल पटेल की पत्नी कृष्णा पटेल ने भी एक अपना दल बना रखा है और अपनी दूसरी बेटी पल्लवी पटेल के साथ राजनीति कर रही हैं. अनुप्रिया पटेल अपना दल एस के नाम से भी एक दल बनाया हुआ है और भाजपा के साथ गठबंधन में हैं.
अखिलेश यादव से मिल चुकी हैं पल्लवी पटेल
पिछले दिनों कृष्णा पटेल की बेटी पल्लवी पटेल की अखिलेश यादव के साथ मुलाकात भी हुई थी, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय व प्रदेश नेतृत्व चिंतित है कि अगर कृष्णा पटेल वाले अपना दल का गठबंधन अखिलेश यादव से हुआ तो इसका नुकसान भाजपा को हो सकता है क्योंकि इससे कुछ न कुछ वोट बैंक में सेंध लगाई जा सकती है.
भाजपा चाहती है दोनों दल हों एक साथ जिससे न हो नुकसान
भाजपा के सूत्र कहते हैं कि अपना दल के दोनों दल अगर एक एक साथ रहेंगे तो इसका फायदा भी चुनाव में होगा. यही नहीं पिछले दिनों जब अनुप्रिया पटेल की गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई थी तो अनुप्रिया पटेल का केंद्र में मंत्री बनाए जाने की अटकलें शुरू हो गई थीं. वहीं अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में भी शामिल किए जाने की बातचीत हुई थी. जिसके बाद सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं.
भाजपा कर सकती है ये काम
इसके बाद अब अनुप्रिया पटेल की तरफ से बीजेपी नेतृत्व से अपनी मां कृष्णा पटेल के लिए एक सीट की डिमांड की गई है. भारतीय जनता पार्टी अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा पटेल को विधान परिषद सीट देती है तो एक ही परिवार को सब कुछ देने को लेकर सवाल भी उठ सकते हैं. ऐसी स्थिति में भाजपा अपना दल के अन्य किसी नेता जो अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल के करीबियों और कुर्मी बिरादरी के बीच जिसकी अच्छी पकड़ या पैठ हो उसे एमएलसी बना सकती है. जिससे बीजेपी अपना दल गठबंधन को फायदा हो सके.