लखनऊः पशुपालन विभाग घोटाले में संलिप्त लंबे समय से फरार चल रहे 50000 का इनामी सिपाही दिलबहार सिंह यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के लिए सर दर्द बन चुका दिलबहार एक दिन पहले भी दबिश के 5 मिनट पहले विशाल खंड से भाग निकला था. अब पुलिस ने सर्विलांस सेल की मदद से दिलबहार को गिरफ्तार कर लिया है.
सर्विलांस सेल की मदद से पकड़ा गया आरोपी
पशुधन विभाग में हुए घोटाले में संलिप्त फरार चल रहे 50000 के इनामी दिलबहार सिंह को लखनऊ की कमिश्नर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दिलबहार पर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज था. कई बार दिलबहार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबिश डाली लेकिन कामयाबी नहीं हाथ लगी. इसी वजह से दिलबहार पर इनाम की राशि भी बढ़ती गई. फिलहाल सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस को दिलबहार सिंह यादव को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी है.
आत्मसर्पण से पहले पुलिस ने दबोचा
बता दें पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी के मामले में पीड़ित व्यापारी को नाका कोतवाली ले जाकर धमकाने के आरोप में सिपाही को निलंबित किया गया था. दिलबहार ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में आत्मसमर्पण की अर्जी डाली थी. लेकिन पुलिस ने उसके आत्मसमर्पण से पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. इसी मामले में आईपीएस अरविंद सेन अभी भी फरार हैं. एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी निलंबित सिपाही दिलबहार सिंह यादव की तलाश में दबिश दी जा रही थी. अब इनामी सिपाही दिलबहार सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है .आरोपित आत्मसमर्पण की तैयारी में था.
ये है मामला
पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर इंदौर के व्यापारी को नाका कोतवाली में ले जाकर सिपाही दिलबहार सिंह ने धमकाया था. इसके बाद एसपी बाराबंकी ने सिपाही को निलंबित कर दिया था. तब से दिलबाग सिंह फरार चल रहा था. इसी बीच पता चला कि आरोपी ने भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के लिए अर्जी भी डाली है. पुलिस आयुक्त के निर्देश पर सर्विलांस टीम की मदद से आरोपी को दबोच लिया गया.