लखनऊ: उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग की ओर से राजधानी लखनऊ में संक्रामक बीमारियों से निपटने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में बनाए गए नोडल अधिकारियों के साथ बैठक कर इन्हें पशुओं में होने वाली संक्रामक बीमारियों के बारे में प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे पशुओं में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों से किसी तरह का खतरा उत्पन्न न हो सके. इस कार्यक्रम में पशुधन के डायरेक्टर के साथ-साथ कई वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने अपने विचार प्रस्तुत किए.
संक्रामक बीमारियों को रोकने का प्रयास तेज
इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव पशुधन भुवनेश कुमार को भी आमंत्रित किया गया था, पर मुख्यमंत्री की मीटिंग में शामिल होने के कारण वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए. कार्यक्रम का मुख्य मकसद यह है कि प्रदेश में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों की कंफर्मेशन के साथ-साथ सर्विलांस पर जल्द से जल्द काम किया जा सके, जिससे फैलने वाली इन संक्रामक बीमारियों को समय रहते रोका जा सके.
क्या कहते हैं अधिकारी
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पशुधन विभाग के डायरेक्टर रामपाल सिंह का कहना है कि प्रदेश के समस्त जनपदों के नोडल अधिकारियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बुलाया गया है. इसका मुख्य मकसद यह है कि वर्ल्ड फ्लू, खुरपका, मुंहपका, ग्लैंडर्स जैसी संक्रामक बीमारियां जो पशुओं में फैलती हैं, इनकी सही समय पर सर्विलांस किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए, जिससे समय रहते इस तरह की बीमारियों पर रोक लगाई जा सके.
'जितनी जल्दी कंफर्मेशन उतना जल्दी कंट्रोल'
पशुधन विभाग के डायरेक्टर रामपाल सिंह का कहना है कि जितना जल्दी पशुओं में फैलने वाली इन संक्रामक बीमारियों की कन्फर्मेशन हो सकेगी, उतनी जल्दी ही इस पर कंट्रोल किया जाएगा. डायरेक्टर रामपाल सिंह का कहना है कि जिस तरह से प्रदेश के 8 जनपदों में वर्ल्ड फ्लू की बीमारी फैली पर पशुधन विभाग की सक्रियता के कारण इस पर कंट्रोल किया गया. निश्चित रूप से पशुधन विभाग के अधिकारी पंचायती राज विभाग स्वास्थ्य विभाग फारेस्ट विभाग के अधिकारियों के लगातार टच में रहते हैं, जिससे इस तरह की संक्रामक बीमारी के फैलने की स्थिति में इस पर जल्द से जल्द काबू किया जा सके.
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ये है प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य
पशुधन विभाग द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पशुओं में फैलने वाली संक्रामक बीमारियों के बारे में जिन नोडल अधिकारियों को पशुधन विभाग में नामित किया है, उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके, ताकि संक्रमण की स्थिति में ऐसी बीमारियों पर जल्द काबू पाया जा सके.