लखनऊ : पशुपालन विभाग और नमक घोटाले के मास्टरमाइंड मोंटी गुर्जर को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मास्टरमाइंड से अब तक की पूछताछ में 2 विधानसभा कर्मचारी व एक होमगार्ड का नाम सामने आया है. अब इस मामले में मंगलवार को एसीपी विभूतिखंड स्वतंत्र कुमार सिंह जेल में जाकर आरोपी मास्टरमाइंड से पूछताछ करेंगे. मोंटी गुर्जर से मंगलवार की पूछताछ में करोड़ों के हुए घोटाले में और भी दागदारों के नाम सामने आ सकते हैं.
आप को बता दें कि पशुपालन विभाग में आटा सप्लाई और खाद्य आपूर्ति विभाग में नमक सप्लाई के नाम पर हुए करोड़ों की ठगी का मास्टरमाइंड 50,000 का इनामी मोंटी गुर्जर है. आरोपी जयपुर से दुबई भागने की फिराक में था. लेकिन मोंटी गुर्जर को यूपी एसटीएफ जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लखनऊ ले आई थी.
मास्टरमाइंड के खिलाफ जारी हुआ था लुकआउट नोटिस
प्रभारी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, आरोपी मोंटी गुर्जर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. आरोपी के जयपुर पहुंचते ही एसटीएफ को इसकी जानकारी हो गई थी, जिसके बाद ही उसे दबोच लिया गया था. मोंटी पशुपालन विभाग में टेंडर के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के मुख्य आरोपी आशीष राय का बेहद करीबी है. आशीष राय पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
नमक घोटाले का मास्टरमाइंड था मोंटी गुर्जर
दरअसल, 50000 का इनामी मोंटी गुर्जर नमक घोटाले में सबसे बड़ा मास्टरमाइंड और अहम किरदार है. मोंटी गुर्जर ने गुजरात के व्यापारी से खुद को राजस्थान का एमएलए बताया था. जिसकी पहली मुलाकात दिल्ली के कनॉट प्लेस से हुई थी. दूसरी मुलाकात लखनऊ के होटल नोवाटल में व्यापारी से हुई थी. जिसके बाद ही ठेका दिलाने के नाम पर एक करोड़ का एडवांस ले लिया गया था. मोंटी गुर्जर ने व्यापारी को ठगने के लिए पशुधन घोटाले के मास्टरमाइंड आशीष राय से लखनऊ विधानभवन में ले जाकर व्यापारी की मुलाकात करवाई थी. आशीष राय ने खुद को खाद्य विभाग का संयुक्त सचिव एनके कनौजिया बताकर व्यापारी से मुलाकात की और ठेका दिलाने का आश्वासन दिया था.