लखनऊ : आशा बहू को थप्पड़ मारने के मामले में डॉक्टर पर कड़ी कारवाई न होने से नाराज आशा बहुओं ने सोमवार को सीएचसी ओपीडी शुरू होने से पहले ही मेनगेट में ताला डालकर जमकर नारेबाजी की. सूचना पर एसडीएम सहित इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. इस दौरान अधीक्षक से सीसीटीवी फुटेज इंस्पेक्टर को सौंपकर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए. एसडीएम के आश्वासन के बाद करीब 10 बजे ताला खुला तब जाकर ओपीडी शुरू हुई.
बताते चलें कि मोहनलालगंज में आशा बहू ने एक गर्भवती महिला को लेकर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मौजूद डॉक्टर से गुहार लगाई थी. आरोप है कि इस दौरान अल्ट्रासाउंड कर रहे डॉक्टर ने 200 रुपए की मांग की थी, पैसे न दे पाने की असमर्थता जताते हुए आशा बहू ने महिला को लाइन में खड़ा कर दिया था. आरोप है कि अल्ट्रासाउंड हो जाने के बाद रिपोर्ट मांगने पर डॉक्टर ने आशा बहू से अभद्रता करने के साथ कई थप्पड़ जड़ दिए थे. इसको लेकर आशा बहुओं ने कार्रवाई को लेकर जमकर हंगामा किया था.
आशा बहू ने बताया कि 'थप्पड़ मारने औऱ बेइज्जत करने के बाद डॉक्टर पर कर्रवाई के नाम पर सब सिफर रहा, जबकि सीसीटीवी फुटेज में डॉक्टर की करतूत जिम्मेदारों को मालूम थी. बावजूद मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया. कार्रवाई हुई तो सिर्फ सीएमओ ऑफिस में अटैच कर दिया गया. जब ताला बंद हुआ तब अधिकारी भी जागे औऱ कारवाई के निर्देश भी दिए. हंगामे के बाद मुकदमा भी दर्ज हुआ.'
इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य ने बताया कि आशा बहू की तहरीर पर डॉक्टर के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है.'
उप जिला अधिकारी मोहनलालगंज ने बताया कि 'आशा बहुएं अस्पताल के मेनगेट में ताला जड़कर धरने पर बैठ गई थीं. उनका कहना था कि जिस डॉक्टर ने आशा बहू के साथ अभद्रता की थी उसको निलंबित किया जाए और उनके विरोध कार्रवाई की जाए. इस मामले की जांच सीएमओ लखनऊ कर रहे हैं, रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.'