लखनऊ: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने अधिकारों और मांगों को लेकर सोमवार को धरना प्रदर्शन करके सरकार के खिलाफ हुंकार भरी. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा. यूपी के कई जिलो में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.
बरेली में आंगनवाड़ी कार्यकर्त्री ने भरी सरकार के खिलाफ हुंकार
बेरली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिले में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं आज के सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचने की मंशा से बरेली में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. इस मौके पर सरकार की नीतियों को गलत बताते हुए सैंकड़ों कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने जमकर सरकार के खिलाफ हुंकार भरी और प्रदर्शन किया.
सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर जहां देश भर में तमाम कार्यक्रम आयोजित किए गए, वहीं महिला शक्ति का सम्मान करते हुए देशभर में महिलाओं को सम्मानित भी किया गया. लेकिन बरेली में सोमवार को शहर के सेठ दामोदर पार्क में सैंकड़ों महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने प्रदेश सरकार पर अनसुनी करने का आरोप लगाते हुए घण्टों प्रदर्शन किया. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें उचित मानदेय नहीं मिल रहा है ,साथ ही सरकार की नीतियों का भी खुलकर सभी ने विरोध किया.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बोलीं-उनके लिए महिला दिवस बेमानी
बाराबंकी: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जहां जगह जगह कार्यक्रम आयोजित किये गए. महिला हितों और उनके उत्थान के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं को बताया गया. वहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने धरना प्रदर्शन कर सरकार पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया. इन्होंने कहा कि महिला हितों की केवल बातें की जाती हैं.
महिला दिवस पर नाराज दिखी महिलाएं
जिला मुख्यालय पर गन्ना संस्थान परिसर में धरना प्रदर्शन कर रही ये हैं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां. सरकार की नीतियों से नाराज इन महिलाओं का आरोप है कि सरकार के हर आयोजन में वे बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं. उनसे शिक्षकों और लेखपालों वाले काम लिए जाते हैं लेकिन बदले में उन्हें कुछ नही मिलता.इनका आरोप है कि पिछले 45 वर्षों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां मामूली मानदेय पर सरकार के जिम्मेदारी भरे कामों को अंजाम देती आई हैं, लेकिन बीते दिनों 62 वर्ष पूरे कर चुकी तमाम आंगनबाड़ी बहनों को महज एक नोटिस देकर रिटायर कर दिया गया. उन्हें न कोई पेंशन दी गई और न ही किसी प्रकार की सामाजिक सुरक्षा.
महिला दिवस पर महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
बहराइच में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आंगनवाड़ी महिला कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट कर जोरदार धरना प्रदर्शन किया. आंगनवाड़ी महिलाओं का कहना है की सरकार के द्वारा महिलाओं के हित की बात तो खूब कही जा रही है, लेकिन महिलाओं के बारे में सरकार को सोचने का समय तक नहीं है. आंगनवाड़ी का पहले से ज्यादा काम बढ़ा दिया है, लेकिन मानदेय सरकार नहीं बढ़ा रही है. इसी क्रम मे आज जनपद बहराइच में महिला दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की तमाम महिलाओं ने कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का कहना है की अगर सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो हम सब मुख्यालय पर जाकर विरोध करेंगे धरना प्रदर्सन भी करेंगे.
महिला दिवस पर महिला आंगनबाड़ियों ने भरी हुंकार
जौनपुर के कलेक्ट्रेट परिसर में महिला दिवस के दिन बड़ी संख्या में महिलाओं का आगमन हुआ. मगर यह महिलाएं किसी सम्मान या महिला दिवस के बखान के लिए नहीं उपस्थित हुई थी. यह महिलाएं आंगनबाड़ी कर्मचारी व सहायिका एसोसिएशन से सीन जो अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपनी मानदेय बढ़ोतरी समेत अन्य समस्याओं को लेकर कचहरी परिसर में काली पट्टी बांधकर सरकार विरोधी नारे लगा रही थी.
गोरखपुर में योगी सरकार के वादाखिलाफी पर भड़कीं आंगनबाड़ी संघ की महिलाएं
गोरखपुर: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर गोरखपुर में महिला संगठनों ने योगी सरकार की कई नीतियों और वादाखिलाफी से नाराज होकर नगर निगम परिसर में एकजुट होकर आंदोलन प्रदर्शन किया. लेकिन इसमें सबसे जोरदार प्रदर्शन आंगनबाड़ी महासंघ का रहा. इस दौरान संघ की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्य के नेतृत्व में हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं ने परिसर में एकजुट होकर योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया. उन्होंने कहा कि सरकार आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से न सिर्फ उनका काम ले रही है, बल्कि महिला समृद्धि से जुड़ी हुई तमाम योजनाओं को पूरा कराने में सरकार की मदद ले रही है. लेकिन सरकार ने जो वादा उनके साथ किया वह आज तक पूरा नहीं हुआ है.
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सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग की लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने किया प्रदर्शन
कन्नौज: अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कलेक्ट्रेट में मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के बाद आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा. मांग की है कि आंगनबाड़ी कर्मचारियों को सरकार सरकारी कर्मचारियों का दर्जा दे. साथ ही कम से कम 21 हजार रुपए मासिक वेतन दिया जाए. साथ ही रिटायरमेंट पर कम से कम 10 हजार रुपए मासिक पेंशन दी जाए. जिससे उनके परिवार को भरण पोषण हो सके. इलके अलावा पूरे प्रदेश में शराब बंदी लागू करने की मांग की है. आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मांगे पूरी न होने पर सड़कों पर उतर कर अग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं ने जताया विरोध
वाराणसी: वाराणसी के शास्त्रिघाट पर अलग ही तस्वीर देखने को मिली. बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं ने अपने हक ,अधिकार ,व समस्याओं के निराकरण के लिए अपने सात सूत्रीय मांगों को लेकर इकठ्ठा हुई. उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन वाराणसी से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं ने हाथ मे काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए आज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने हक,अधिकार के लिए अपनी मांगे पूरा करने के लिए देश व प्रदेश की सरकार से अपील की. वहीं उनकी प्रमुख सात सूत्रीय मांगों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करने की मांग की गई.