लखनऊ: राजधानी के कैसरबाग स्थित कलामंडपम ऑडिटोरियम में मंगलवार को भातखंडे संगीत संस्थान डीम्ड विश्वविद्यालय का नौवां दीक्षांत सामारोह आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हुए प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया.
संगीत एक साधना है
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन ने कहा कि संगीत एक साधना है. संगीत में महारथ हासिल करने के लिए एक कठिन परिश्रम और लगन के साथ आगे बढ़ना चाहिए. मेहनत के साथ आगे बढ़ते रहना ही छात्र जीवन का धर्म है और इससे कभी पीछे नहीं हटना चाहिए.
विरासत का करे सम्मान
आनंदी बेन ने कहा कि किसी भी देश के विकास में उसकी संस्कृति का विशेष योगदान रहता है. देश की पहचान संगीत, कला और साहित्य से बनती है. आनंदी बेन ने कहा कि हमें जो अपने पूर्वजों से विरासत मिली है उसका सम्मान करना चाहिए. आने वाली नई पीढ़ी को इसके बारे में बताना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने सफल हुए छात्र-छात्राओं को देश का नाम रोशन करने को कहा.
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मेडल पाते ही खिले चेहरे
अपनी मेहनत और लगन के दम पर सफल छात्र-छात्राओं को जैसे ही मेडल दिए गए उनके चेहरे खिल उठे. इस मौके पर बच्चों ने कहा कि सफलता मिलने पर हौसला मिलता है. उन्होंने कहा कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा.
यह छात्र हुए सफल
एमपीए की स्टूडेंट प्रिया मिश्रा को सबसे अधिक 5 गोल्ड मेडल मिले. वहीं, एमपीए की स्टूडेंट रेशमा कुमारी और अनंत कुमार दूसरे और राधिका श्रीवास्तव तीसरे पायदान पर रहे. इसके अलावा बीपीए की स्टूडेंट मनीषा ने 3 गोल्ड मेडल जीते. बीपीए के अक्षत अवस्थी और प्रियम त्रिवेदी दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे. सामारोह में कुल 34 बच्चों को सम्मान मिला. इसमें 19 को गोल्ड, 8 को सिल्वर और 7 को कांस्य मेडल मिले.