लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा रविवार को जजमेंट राइटिंग प्रतियोगिता के एवज में सम्मान समारोह का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया. प्रतियोगिता सम्मान समारोह आयोजन में जुड़े अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर सीपी सिंह ने किया और छात्र-छात्राओं का उत्साह वर्धन भी किया.
इस वर्चुअल मीटिंग में जुड़े मुख्य अतिथि मनीष गोयल वरिष्ठ अधिवक्ता इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बताया कि वर्तमान समय में सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मीडिया ने अहम भूमिका निभाई है और बहुत से छुपे हुए साक्ष्यों को उजागर भी किया है. किंतु मीडिया द्वारा ट्रायल सही नहीं है. उन्होंने कहा कि मीडिया ट्रायल का प्रभाव न्याय प्रक्रिया पर भी पड़ रहा है. उच्चतम न्यायालय ने हाल में ही अपने पुराने चल रहे प्रमुख निर्णय को रद्द किया है जैसे कि राइट टू प्राइवेसी. मुख्य अतिथि मनीष गोयल ने मुफ्त कानूनी सहायता संविधान के महत्वपूर्ण आदेशों पर भी जोर डाला.
वरिष्ठ अतिथि कार्तिकेय शरण अधिवक्ता इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विद्यार्थी जीवन में ऐसे प्रवक्ताओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिजली के विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता के नियमों का उल्लंघन न करते हुए अपनी प्रतिभा और सोच को इस प्रतियोगिता के माध्यम से बखूबी दर्शाया है.
इस प्रतियोगिता में धारणी पीएम और दीपक एंड बी तमिलनाडु अंबेडकर यूनिवर्सिटी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. वहीं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वालों में रितिका रांका नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एडवांस लीगल द स्टडी कोच्चि एवं जुलली सुजू क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर रहीं. तृतीय स्थान पर आने वाली मुदिता गैरोला राजीव गांधी स्कूल ऑफ आई पी लॉ आईआईटी खड़गपुर रहीं.
लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा प्रतियोगिता में देश के विभिन्न जगहों से लगभग 55 यूनिवर्सिटी की 72 टीमों ने भाग लिया था. इस आयोजन में विधि संकाय विद्यालय परिसर मोहम्मद अहमद एवं डॉक्टर मनालिनी सिंह भी उपस्थित रहीं. प्रतियोगिता सम्मान समारोह के आयोजन में विदिशा विश्वविद्यालय के छात्र अध्यक्ष सचिन अग्रवाल, उर्मिला पांडे और सुशील यादव ने भी प्रमुख भूमिका निभाई.