लखनऊ : केंद्र की सत्ता पर काबिज होने का रास्ता यूपी से ही होकर जाता है. यूपी में सपा-बसपा-रालोद का गठबंधन भी है. ऐसे में भाजपा की चुनावी राह काफी मुश्किल भरी है. यही वजह है कि खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रात तीन बजे तक मैराथन बैठक कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर, फूलपुर, कैराना और नूरपुर सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में एक बार फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा-रालोद ने गठबंधन किया है. इसको लेकर अमित शाह भी चिंतित हैं. यही वजह है कि अमित शाह लगातार पार्टी संगठन और चुनावी तैयारियों को बेहतर करने के लिए मैराथन बैठक कर रहे हैं.
पार्टी सूत्रों का दावा है कि अमित शाह पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित पूर्वांचल की तमाम सीटों को लेकर काफी चिंतित हैं. यही कारण है कि वह लगातार अपना पूरा फोकस उत्तर प्रदेश की तरफ केंद्रित कर रहे हैं. खास बात यह है कि रात भर बैठक करने और फिर रणनीति बनाकर सुबह हैदराबाद के लिए रवाना हो जाना काफी महत्वपूर्ण है. इसके अलावा जिस प्रकार से गोरखपुर, देवरिया, संतकबीरनगर, घोसी, अंबेडकर नगर और प्रतापगढ़ की सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर भी अमित शाह ने पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा की.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि भाजपा का सौभाग्य है कि संगठन में गहरी पैठ रखने वाले अमित शाह हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. मोदी जी और अमित शाह जी का विशेष लगाव उत्तर प्रदेश को लेकर है. उन्होंने कहा कि अमित शाह जी ने अब तक के अभियान की समीक्षा की. साथ ही 73 प्लस के नारे को सार्थक बनाने के लिए चर्चा की.