लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग में लगातार बर्खास्तगी का सिलसिला जारी है. चिकित्सा अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है जो किसी प्रकार के मामले में संलिप्त हैं. स्वास्थ्य विभाग में नौकरी संबंधी दस्तावेजों में गलत सूचनाएं दर्ज कराने का गंभीर मामला सामने आया है. स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात संयुक्त निदेशक डॉ. देवेश कुमार सिंह के मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया. जांच के बाद डॉ. देवेश को निलंबित कर दिया गया है. इस दौरान डॉ. सिंह को सहारनपुर मंडलीय अपर निदेशक कार्यालय से संबंद्ध करने के आदेश हुए हैं.
संयुक्त निदेशक डॉ. देवेश कुमार सिंह पर आरोप है कि सेवा अभिलेखों में भ्रामक प्रविष्टि दर्ज की है. शासन द्वारा निर्गत आदेशों की अवहेलना भी की है. स्थानांतरित स्थान में कार्यभार ग्रहण नहीं किया. लगातार बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे थे. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को मामले की जांच कराने के आदेश दिया. जांच रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी सीएम ने डॉ. देवेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिये गए हैं. डिप्टी सीएम ने बताया कि औरेया के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सैनी पर विभाग की छवि धूमिल करने के गंभीर आरोप लगे हैं. वित्तीय अनियमितता किये जाने एवं खराब कार्यशैली के भी आरोप हैं. जांच के बाद डॉ. सैनी को निलंबित कर दिया गया है.
लापरवाह डॉक्टरों पर कसेगा शिकंजा: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा विभाग की छवि को धूमिल करने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगा. सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करने वालों पर भी कठोर कार्रवाई होगी. सरकार अनुशासनहीन व लापरवाह डॉक्टरों पर लगातार शिकंजा कस रही है. उन्होंने कहा कि मरीजों के हितों में डॉक्टर काम करें. भ्रष्टाचार व गलत आचरण करने वालों पर शिकंजा कसेगा. डॉक्टर मरीजों की सेवा करें. अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वाहन करें.
दस्तावेज से छेड़छाड़ का आरोप, विभाग की छवि धूमिल करने वाले डॉक्टर पर भी गिरी गाज - डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
स्वास्थ्य विभाग में नौकरी संबंधी दस्तावेजों में गलत सूचनाएं दर्ज कराने के मामले में संयुक्त निदेशक को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निलंबित कर दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि विभाग की छवि को धूमिल करने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगा.
लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग में लगातार बर्खास्तगी का सिलसिला जारी है. चिकित्सा अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है जो किसी प्रकार के मामले में संलिप्त हैं. स्वास्थ्य विभाग में नौकरी संबंधी दस्तावेजों में गलत सूचनाएं दर्ज कराने का गंभीर मामला सामने आया है. स्वास्थ्य महानिदेशालय में तैनात संयुक्त निदेशक डॉ. देवेश कुमार सिंह के मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया. जांच के बाद डॉ. देवेश को निलंबित कर दिया गया है. इस दौरान डॉ. सिंह को सहारनपुर मंडलीय अपर निदेशक कार्यालय से संबंद्ध करने के आदेश हुए हैं.
संयुक्त निदेशक डॉ. देवेश कुमार सिंह पर आरोप है कि सेवा अभिलेखों में भ्रामक प्रविष्टि दर्ज की है. शासन द्वारा निर्गत आदेशों की अवहेलना भी की है. स्थानांतरित स्थान में कार्यभार ग्रहण नहीं किया. लगातार बिना सूचना के अनुपस्थित चल रहे थे. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को मामले की जांच कराने के आदेश दिया. जांच रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी सीएम ने डॉ. देवेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिये गए हैं. डिप्टी सीएम ने बताया कि औरेया के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके सैनी पर विभाग की छवि धूमिल करने के गंभीर आरोप लगे हैं. वित्तीय अनियमितता किये जाने एवं खराब कार्यशैली के भी आरोप हैं. जांच के बाद डॉ. सैनी को निलंबित कर दिया गया है.
लापरवाह डॉक्टरों पर कसेगा शिकंजा: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा विभाग की छवि को धूमिल करने वाले डॉक्टर-कर्मचारियों को बख्शा नहीं जायेगा. सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करने वालों पर भी कठोर कार्रवाई होगी. सरकार अनुशासनहीन व लापरवाह डॉक्टरों पर लगातार शिकंजा कस रही है. उन्होंने कहा कि मरीजों के हितों में डॉक्टर काम करें. भ्रष्टाचार व गलत आचरण करने वालों पर शिकंजा कसेगा. डॉक्टर मरीजों की सेवा करें. अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वाहन करें.