लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मोहर्रम से पहले मचा बवाल अभी थमता नजर नहीं आ रहा है. ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने रविवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बोर्ड ने मांग की है कि मोहर्रम से पहले पुलिस-प्रशासन नई गाइडलाइन जारी करे और ताजियादारी पर कोई रोक न लगाए.
बता दें कि बीते दिनों उत्तर प्रदेश में मोहर्रम को लेकर डीजीपी मुकुल गोयल द्वारा गाइडलाइन जारी की गई थी. डीजीपी मुकुल गोयल ने मोहर्रम को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे. जारी दिशा-निर्देश में कहा गया था कि 19 अगस्त को मोहर्रम पर कोई जुलूस या ताजिया नहीं निकाला जा सकेगा. वहीं इस गाइडलाइन के एक हिस्से की भाषा को लेकर शिया समुदाय में नाराजगी है.
रविवार को ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रतिनिधमंडल ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से मुलाकात की. इस दौरान शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने शिया संप्रदाय की भावनाएं आहत होने की बात कही और मोहर्रम के आगाज से पहले पुरानी गाइडलाइन रद्द कर नई गाइडलाइन जारी करने की मांग की. ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव और शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि पुरानी गाइडलाइन रद्द करने और नई गाइडलाइन जारी करने की मांग को लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को एक ज्ञापन सौंपा गया है.
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि तत्काल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी के डीजीपी मुकुल गोयल को आदेश करें और दूसरी गाइडलाइन सोमवार शाम से पहले जारी करें. उन्होंने कहा कि यह गाइडलाइन किसी को भी स्वीकार नहीं है. शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि बीते दिनों दिल्ली में उन्होंने देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और शिया समुदाय की नाराजगी का इजहार किया.
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मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर गाइडलाइन का विरोध जताया और बदलने की मांग भी की. मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि ताजियादरी को लेकर भी उनके द्वारा बात की गई है. जिस तरह से ताजिया निकलते हैं, उसी तरह से ताजिया निकलें. जुलूस पर रोक लगाई जाए, लेकिन ताजिया निकलने पर कोई रोक न लगाई जाए.