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AKTU ने लांच किया गौ ऐप, जानिए क्या है खासियत

पालतू गोवंश को सड़क पर छोड़ने वाले लोग अब एक ऐप के जरिए तुरंत पकड़ में आ जाएंगे. इसके लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने GAU ऐप बनाया है. इसमें फोटो के साथ उसका पूरा विवरण अपलोड किया जाएगा.

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Published : Dec 10, 2022, 8:24 PM IST

लखनऊ : गोवंश को सड़क पर छोड़ने वाले लोग अब एक ऐप के जरिए तुरंत पकड़ में आ जाएंगे. इसके लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने GAU ऐप बनाया है. इसमें फोटो के साथ उसका पूरा विवरण अपलोड किया जाएगा. इसके बाद दोबारा फोटो डालने पर उसका पूरा विवरण ऐप पर दिखने लगेगा. इससे छूटे गोवंश के मालिक का तुरंत पता चल सकेगा. लोगों को सुविधा के लिए एकेटीयू में इस ऐप को लांच किया गया.

एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि लोग दूध देने वाली गाय को छोड़ देते हैं. ऐसे में गाय कूड़ा-कचरा खाकर बीमार हो जाती है, इसके अलावा इसकी वजह से सड़क पर हादसे भी होते हैं. जिससे गायों के साथ-साथ लोग भी चोटिल हो जाते हैं. ऐप के माध्यम से गोवंश के मालिक का पता चल सकेगा. कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र और आईआईएम अहमदाबाद के प्रो. अमित गर्ग के मार्गदर्शन में इंडियन बायोगैस एसोसिएशन व टेक मशीनरी लैब ने मिलकर तैयार किया है. प्रो. मिश्र ने बताया कि इंडियन बायोगैस एसोसिएशन के सहयोग से टेक मशीनरी लैब के निशांत कृष्णा और उनकी टीम ने मिलकर ऐप बनाया है. इस ऐप में गोवंश की पूरी डिटेल रहेगी. इसकी शुरूआत कान्हा उपवन गोशाला की 500 गायों से की गई है. यहां की गायों की पूरी डिटेल इस ऐप पर है. साथ ही ऐप में गायों को दान देने वालों को भी जोड़ा जाएगा. ऐप के जरिये दानदाता ये भी जान पायेंगे कि उनका पैसा सही जगह खर्च हो रहा है कि नहीं. गायों की सेहत की निगरानी भी ऐप के जरिये संभव होगी.

लखनऊ : गोवंश को सड़क पर छोड़ने वाले लोग अब एक ऐप के जरिए तुरंत पकड़ में आ जाएंगे. इसके लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) ने GAU ऐप बनाया है. इसमें फोटो के साथ उसका पूरा विवरण अपलोड किया जाएगा. इसके बाद दोबारा फोटो डालने पर उसका पूरा विवरण ऐप पर दिखने लगेगा. इससे छूटे गोवंश के मालिक का तुरंत पता चल सकेगा. लोगों को सुविधा के लिए एकेटीयू में इस ऐप को लांच किया गया.

एकेटीयू के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार मिश्र ने बताया कि लोग दूध देने वाली गाय को छोड़ देते हैं. ऐसे में गाय कूड़ा-कचरा खाकर बीमार हो जाती है, इसके अलावा इसकी वजह से सड़क पर हादसे भी होते हैं. जिससे गायों के साथ-साथ लोग भी चोटिल हो जाते हैं. ऐप के माध्यम से गोवंश के मालिक का पता चल सकेगा. कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र और आईआईएम अहमदाबाद के प्रो. अमित गर्ग के मार्गदर्शन में इंडियन बायोगैस एसोसिएशन व टेक मशीनरी लैब ने मिलकर तैयार किया है. प्रो. मिश्र ने बताया कि इंडियन बायोगैस एसोसिएशन के सहयोग से टेक मशीनरी लैब के निशांत कृष्णा और उनकी टीम ने मिलकर ऐप बनाया है. इस ऐप में गोवंश की पूरी डिटेल रहेगी. इसकी शुरूआत कान्हा उपवन गोशाला की 500 गायों से की गई है. यहां की गायों की पूरी डिटेल इस ऐप पर है. साथ ही ऐप में गायों को दान देने वालों को भी जोड़ा जाएगा. ऐप के जरिये दानदाता ये भी जान पायेंगे कि उनका पैसा सही जगह खर्च हो रहा है कि नहीं. गायों की सेहत की निगरानी भी ऐप के जरिये संभव होगी.

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