लखनऊ : 10 से 12 फरवरी को होने वाले उप्र. इन्वेस्टर्स समिट में एकेटीयू के इनोवेशन हब की ओर से 50 स्टार्टअप की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन स्टार्टअप से बातचीत कर समाज में इनके योगदान को जानेंगे. इन स्टार्टअप्स को 15 इन्क्यूबेटरों से मिले स्टार्टअप का मूल्यांकन के बाद शॉर्टलिस्ट किया गया है.
एकेटीयू के प्रवक्ता डॉ. पवन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 'इसके लिए प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा विभाग सुभाष चंद शर्मा इनोवेशन हब के स्टार्टअप पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही तैयारियों को भी परखा है. इनोवेशन हब के नेतृत्व में यूपी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त सभी 15 तकनीकी इन्क्यूबेशन सेंटर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में भाग ले रहे हैं. इनोवेशन हब ने केन एक्सपो क्षेत्र, हॉल नंबर 11 में 200 वर्ग मीटर जगह खरीदी है. जहां लगने वाले ये स्टार्टअप खाद्य प्रसंस्करण डेयरी, हथकरघा और कपड़ा, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, इलेक्ट्रॉनिक्स वाहन, कृषि और संबद्ध उद्योग, फिल्म और मीडिया, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, नागरिक उड्डयन, फार्मास्यूटिकल्स, रसद और भंडारण और रक्षा जैसे कई क्षेत्रों से हैं. इस दौरान स्टार्टअप्स को दुनिया के प्रमुख नीति निर्माताओं, उद्योग के नेताओं, विचारकों, नियामकों और प्रसिद्ध शिक्षाविदों के साथ बातचीत का भी अवसर मिलेगा. जिससे वो वैश्विक स्तर पर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श कर सकते हैं. साथ ही इस मंच के जरिये स्टार्टअप नवीनतम नवाचार, सर्वोत्तम प्रथाओं और प्रमुख रुझानों का प्रदर्शन कर सकते हैं. भारत और राज्य के साथ वैश्विक निवेशक को जोड़ने और सर्वोत्तम वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के साथ प्रतिस्पर्धा और समझ विकसित करने के लिए उत्पादों और सेवाओं का डेमो भी होगा.
अब हिन्दी में भी किताबें : एकेटीयू में बीटेक की पढ़ाई से लेकर अन्य कोर्सों में अब हिन्दी में भी किताबें चलेंगी. इसके मद्देनजर एकेटीयू के कार्यवाहक कुलपति आलोक कुमार राय ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर बिंदुवार कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति लागू करने पर जोर दिया. उन्होंने नई शिक्षा नीति का हवाला देते हुए एकेटीयू में चल रहे विभिन्न कोर्सों में हिंदी भाषा में पुस्तक लिखे जाने पर जोर दिया. साथ इससे संबंधित नियमावली बनाने के लिए 3 सदस्य समिति का गठन किया. यह समिति एक सप्ताह के भीतर उक्त नियमावली पेश करेगी. इसी तरह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में विभिन्न विषयों के कोर्सों के पुनरीक्षण एवं पुनर्गठन के लिए एक समिति का गठन किया है. यह समिति 2 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से उनके जिम्मेदारियों से अवगत हुए तो आगामी कार्यों को लेकर विचार विमर्श किया. साथ ही निर्देशित किया कि सभी कार्य समय से संपादित किये जाएं. परीक्षा सही से कराने पर जोर दिया. साथ ही छात्रों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने का निर्देश दिया.
उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत कोर्सों में बदलाव तकनीकी शिक्षा की किताबों में हिंदी शब्दों के प्रयोग सहित इंडस्ट्री की मांग के अनुसार कोर्स को तैयार का निर्देश दिया. बैठक में कुलसचिव सचिन सिंह, वित्त अधिकारी जीपी सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. एचके पालीवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.
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