लखनऊ: अक्षिता बिल्डर ने हरदोई रोड पर टाउनशिप बनाने के लिए करीब 200 आवंटियों से लगभग 200 करोड़ रुपये जमा करवाए और 10 साल बीतने के बाद भी कब्जा नहीं दिया है. 32 में से केवल तीन ब्लॉक का काम चल रहा है और वह भी निकट भविष्य में पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं है. इससे आवंटी बेहाल हैं और बिल्डर बेखबर.
इस आवसीय योजना की लांचिंग करीब 10 साल पहले अक्षिता होम्स के नाम से की गई थी. दावा था कि करीब 32 टॉवर में 1600 फ्लैट की टाउनशिप होगी, लेकिन 10 साल बीत जाने के बाद आधे-अधूरे तीन टॉवरों का सिर्फ ढांचा नजर आ रहा है. यहां के कई आवंटियों ने अब लखनऊ जनकल्याण महासंघ का सहारा लिया है. महासंघ के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने बताया कि तमाम आवंटी हमसे उनसे मिले हैं. वह आवंटियों की परेशानियों को सुन रहे हैं और उपभोक्ता फोरम के जरिये लोगों को न्याय दिलाने का प्रयास भी कर रहे हैं.
आवंटी राजेश मिश्र का कहना है कि बिल्डर ने दावा किया था कि यदि लोगों को फ्लैटों में कब्जा देरी से दिया गया, तो पांच रुपये प्रति वर्ग फीट मासिक किराया दिया जाएगा, लेकिन पूरी कीमत देने के बावजूद आज तक बदले में कुछ भी नहीं मिल सका है. उन्होंने बताया कि अभी हम कुछ आवंटी मिल कर बिल्डर के खिलाफ आदलती कार्यवाही करेंगे, ताकि हमको अपने फ्लैट मिल सकें. वाराणसी के संजय श्रीवास्तव का भी यही सवाल है. वे भी बिल्डर के सताए हुए हैं. उनका कहना है कि लंबा समय बीतने पर भी हमको कब्जा नहीं मिल रहा है.
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बिल्डर एके गुप्ता से जब इस विषय में बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द ही आवंटियों को उनके फ्लैटों पर कब्जा देंगे. कुछ बाधाओं की वजह से विलंब हुआ जो कि अब आगे नहीं होगा.