लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर एक बार फिर हमला बोला है. उन्होंने एक लिखित बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में अराजकता के हालात हैं, मुख्यमंत्री की बात उनके मातहत अधिकारी और मंत्री भी नहीं सुन रहे हैं.
सपा अध्यक्ष ने सीएम योगी पर जारी किया लिखित बयान. प्रदेश में भ्रष्टाचार पर रोक नहीं-सपा अध्यक्ष ने अपने लिखित बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बार-बार ऐलान कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन हकीकत है कि भ्रष्टाचार पर रोक नहीं है. प्रदेश में तबादलों का धंधा बदस्तूर जारी है. निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस के नाम पर छात्र-छात्राओं से जबरदस्त वसूली की जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से तबादलों की एक अवधि निर्धारित की गई थी, लेकिन इसके बावजूद विभिन्न विभागों में तबादले जा रही हैं. यह खेल मंत्री स्तर तक चलने की शिकायतें हैं.
30 दिन तक भी फाइलों से नही साफ होती धूल-सचिवालय में 3 दिन में फाइलों के निपटारे का आदेश है लेकिन 30 दिन तक भी फाइलों की धूल नहीं साफ हो रही है. स्टांप और पंजीयन तथा स्वास्थ्य विभाग का हवाला देते हुए उन्होंने कहा के तबादलों में गड़बड़ी की जांच कराने का आदेश भी मुख्यमंत्री ने दिया था, लेकिन यह जांच भी ठंडे बस्ते में चली गई.
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरिमनी को नहीं मिली कामयाबी-
पीडब्ल्यूडी और सिंचाई विभाग में ठेकों में घपला किया जा रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि कमाई दार विभागों में यह खुला खेल क्या बिना ऊपरी समर्थन के चल सकता है. यही वजह है कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरिमनी भी कामयाब नहीं हो सकी. क्योंकि प्रदेश के नौकरशाह निवेशकों को अपनी उंगलियों पर नचाने और फाइल के मकड़जाल में उलझा ने से बाज नहीं आ रहे हैं. जब देश के पूंजी घराने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए तैयार नहीं हैं तो दूर देशों से चलकर कोई क्यों यहां आएगा.