लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को साहिब गुरु तेग बहादुर को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. वे कभी अपने सिद्धांत से पीछे नहीं हटे. उनके रास्ते पर हमें चलने का संकल्प लेना है.
प्रदेश के पूर्व अखिलेश यादव शनिवार को पार्टी मुख्यालय लखनऊ में सिख समाज द्वारा गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे. इसमें बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी और सिख प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद थे. अखिलेश यादव ने कहा कि आज देश में खेती को कॉरपोरेट घरानों को सौंपने की साजिश के खिलाफ किसान इस कड़ाके की ठंड में भी मैदान में जमे हैं. इसमें सिख समाज मुख्य भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद के पात्र हैं.
पूर्वांचल के किसान बहुत गरीब
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पूर्वांचल के किसान काफी गरीब हैं. सरकार के तमाम दावों के बावजूद किसानों को गेहूं-धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिला है. किसान के उपयोग की खाद, बिजली, डीजल सब मंहगा मिल रहा है. किसान कर्ज और महंगाई से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं. कॉरपोरेट की नजर किसान के खेतों पर है. भाजपा सरकार कृषि विधेयक उन्हीं की मदद के लिए लाई है.
सपा सरकार में पंजाबी साहित्यकारों को मिलेगा सम्मान
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सिख गुरुओं और पंजाबी साहित्यकारों को उचित सम्मान देंगे.
गरीब नौजवानों के साथ साजिश कर रही भाजपा
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा और उनके द्वारा प्रायोजित छोटे-छोटे संगठनों का उपयोग समाजवादी पार्टी को रोकने की रणनीति के तहत किया जा रहा है. यह साजिश किसानों, गरीबों, नौजवानों के खिलाफ है. समाज में तनाव है, परिस्थितियां बदली हुई हैं. भाजपा राज में अन्याय, अनीति में बढ़ोत्तरी हुई है.