लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में न तो श्रमिकों का पलायन रुक रहा है, न ही प्रशासन अपना दुर्भावनापूर्ण रवैया छोड़ पा रहा है. 'टीम इलेवन' को राज्य की सरकारी और प्राइवेट बसों की संख्या भी ठीक से पता नहीं है, जबकि उत्तर प्रदेश में ही लगभग एक लाख बसें है, इनका उपयोग क्यों नहीं किया गया.
अखिलेश यादव ने कहा कि लाॅकडाउन 4.0 के इस बद से बदतर हालात में भी मुख्यमंत्री अगर सब नियंत्रण में है का दावा कर रहे हैं तो, उन्हें कायदे से अब बिना देर किए त्यागपत्र दे देना चाहिए. लोग खाने के पैकेट के लिए जूझ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में गरीब होना जुर्म हो गया है.
श्रमिकों की पिटाई बंद होनी चाहिए
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार के एक मंत्री को मजदूरों को चोर डकैत बताते शर्म नहीं आई, जो श्रमिक प्रदेश की सीमा में आ गए हैं उनकी विवशता पर रहम करें. उन्हें घर पहुंचाने के नाम पर अपमानित न करें. अखिलेश ने कहा कि मजबूर श्रमिकों की पिटाई बंद होनी चाहिए. मुजफ्फरनगर में भोपा थाना क्षेत्र के एक दारोगा ने मजदूरों की साइकिलें छीन कर बेच दी. गरीबों को बंटने वाला अनाज मध्य प्रदेश की मंडी में बेचे जाने की खबर है. जरूरतमंदों के हकों पर डाका डालने वाली भाजपा सरकार के कई काले किस्से सामने आ रहे हैं.
दुर्घटनाओं में श्रमिक मर रहे
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति का अंदाजा इसी से लगता है कि महाराष्ट्र से ट्रक में बैठकर आए मजदूरों से मोहनलागंज, लखनऊ में पहले पुलिसवालों ने 50 हजार रुपये मांगे, फिर 15 हजार पर तय कर लिया. आगरा एक्सप्रेस-वे स्थित टोल प्लाजा पर पुलिसकर्मी आराम फरमाते रहे. ट्रक, टैंकर, डाला सब गुजरते रहे. दुर्घटनाओं में श्रमिक मर रहे हैं.