लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 33वीं पुण्यतिथि पर समाजवादी पार्टी कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने भी चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान अखिलेश ने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि को ताकत देने की नीतियों को लागू किया.
इसके अलावा सपा अध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर भी जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के कार्यकाल में जो बजट लोकसभा में पेश किया गया था, उसका 70 प्रतिशत हिस्सा कृषि क्षेत्र, गांवों और किसानों की समृद्धि के लिए था. उसी आधार पर समाजवादी सरकार ने चार वर्ष पहले जो बजट यूपी विधानसभा में प्रस्तुत किया था उसमें खेती, किसान और गांवों के विकास के लिए बजट में 75 प्रतिशत हिस्सा रखा गया था, लेकिन भाजपा से यह आशा करना अर्थहीन है कि, उनकी सरकार किसानों के हित के लिए कभी भी संवेदनशील होगी.
कॉरपोरेट के जाल में फंस जाएंगे किसान
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व का गांवों से दूर-दूर तक कोई सम्बंध नहीं रहा है. इसलिए कॉरपोरेट व्यवस्था को तरजीह दी जा रही है. इसका दूरगामी दुष्परिणाम होगा. किसानों के खेत भी कॉरपोरेट के जाल में फंस जाएंगे और जमीनों पर किसानों का स्वामित्व भी खतरे में पड़ सकता है. भाजपा की योजना है कि कृषि कॉरपोरेट संस्थाओं के हवाले हो जाए.
न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू ही नहीं हुआ
अखिलेश ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी, इस पर चर्चा करने के लिए भाजपा सरकार तैयार नहीं है. भाजपा ने यह घोषणा की है कि फसल के उत्पादन लागत का डेढ गुना किसानों को दिया जाएगा, इस पर भी आज तक अमल नहीं हुआ. न्यूनतम समर्थन मूल्य तो कभी लागू ही नहीं हुआ.