लखनऊ: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर और अखिलेश यादव के बीच में अनबन है. वहीं, चंद्रशेखर आजाद राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत सिंह चौधरी के खास हो रहे हैं. विधानसभा चुनाव से पहले चंद्रशेखर सपा के मुखिया अखिलेश यादव के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरना चाहते थे. इसे लेकर कई बार अखिलेश और चंद्रशेखर की मुलाकात भी हुई. आखिरी समय में गठबंधन होते-होते रह गया. चंद्रशेखर अब जयंत चौधरी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कई पार्टियों के साथ मिलकर लड़ा. अखिलेश यादव और जयंत सिंह चौधरी ने गठबंधन किया. साथ में चुनाव भी लड़ा और अब भी साथ हैं लेकिन अखिलेश से छिटके चंद्रशेखर जयंत सिंह के विश्वासपात्र बन रहे हैं. अखिलेश ने राष्ट्रीय लोक दल को विधानसभा चुनाव में 33 सीटें दीं थीं. वहीं, रालोद अध्यक्ष की तरह चंद्रशेखर को भी अखिलेश के साथ चुनाव लड़ना था. इसके लिए कई दौर दोनों नेताओं की मुलाकात में सीटों पर बात नहीं बनी.
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राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार बन गई है. दोनों नेताओं का आपसी मनमुटाव अभी खत्म नहीं हुआ है. अखिलेश के सहयोगी जयंत सिंह के साथ चंद्रशेखर की इन दिनों खूब बन रही है. दोनों नेता मिलकर आगे की रणनीति भी तय कर रहे हैं. गौरतलब है कि 23 मार्च को दिल्ली में चंद्रशेखर-जयंत चौधरी की मुलाकात हुई थी. दोनों नेताओं ने यूपी की राजनीति और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा भी की थी.
चंद्रशेखर आजाद ने पिछले दिनों राजस्थान में एक दलित के साथ हुई घटना को लेकर जयंत सिंह से साथ मांगा था. रविवार को दोनों नेता साथ मिलकर राजस्थान भी गए. वहीं, राजस्थान में दोनों नेताओं ने पाली में जितेंद्र मेघवाल के परिवार से मुलाकात की. साथ ही प्रशासन से पीड़त पक्ष को न्याय की देने बात कही. जितेंद्र मेघवाल की कुछ असामाजिक तत्वों ने हत्या कर दी थी.
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